Highlights
- अब भारत के इस राज्य में होगा सबसे बड़ा जंगल सफारी पार्क
- राजधानी से होगी महज़ कुछ घंटों की दूरी
- केंद्र सरकार लगाएगी पैसा
अफ्रीक अपने जंगल और सफारी पार्क के लिए पूरी दुनिया में लोकप्रीय है। लेकिन अब भारत भी इस क्षेत्र में तेजी से काम कर रहा है। पहले केंद्र सरकार ने साउथ अफ्रीका से चीते मंगाए और अब हरियाणा सरकार ने ऐलान किया है कि वह अफ्रीका के बाहर एक ऐसे जंगल सफारी पार्क को विकसित करेगा जो दुनिया भर के वन्यजीवियों को अपनी ओर आकर्शित करेगी। यह सफारी पार्क 10,000 एकड़ भूभाग में फैला होगा। राज्य सरकार ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि यह सफारी पार्क गुरूग्राम और नूंह जिलों के अरावली क्षेत्र में 10,000 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा।
दुनिया में ऐसी सबसे बड़ी परियोजना होगी
हरियाणा सरकार ने अपने बयान में दावा किया है कि यह परियोजना दुनिया में ऐसी सबसे बड़ी परियोजना होगी। फिलहाल अफ्रीका के बाहर शारजाह में विशेष रूप से विकसित ऐसा सबसे बड़ा सफारी पार्क है। यह करीब 2,000 एकड़ क्षेत्र में फैला है और उसका उद्घाटन फरवरी, 2022 में हुआ था। सरकार ने बयान में कहा, ‘‘प्रस्तावित अरावली पार्क आकार में इससे पांच गुणा से भी अधिक होगा और उसमें शबी प्रकार के जीव जंतु होंगे। राज्य सरकार ने कहा कि केंद्रीय वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस सिलसिले में शारजाह सफारी देखने गये थे।
केंद्र सरकार धन उपलब्ध कराएगी
खट्टर बुधवार को एक दिवसीय यात्रा पर दुबई पहुंचे थे। बृहस्पतिवार को लौटने के बाद खट्टर ने कहा कि हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र में जंगल सफारी के विकास की प्रचुर संभावना है। उन्होंने कहा कि जंगल सफारी योजना न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर भी उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा, ‘‘हरियाणा में जंगल सफारी परियोजना पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और हरियाणा सरकार की संयुक्त परियोजना होगी। केंद्र सरकार परियोजना के लिए हरियाणा को धन उपलब्ध कराएगी।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के लिए टेंडर जारी किया गया है, इसके साथ ही ऐसे सफारी केंद्र का डिजाइन तैयार करने और उसके संचालन के लिए अंतरराष्ट्रीय अनुभव वाली दो कंपनियों की निशानदेही भी की गयी है। उनके अनुसार ये दोनों कंपनियां संबंधित स्पर्धा में भाग लेंगी। खट्टर ने कहा कि केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने क्षेत्र का मूल्यांकन अध्ययन कर लिया है और वह ऐसे पार्क की स्थापना के लिए तकनीकी व्यवहार्यता पर राजी हो गया है। हरियाणा सरकार के बयान के मुताबिक कुछ साल पहले कराये गये सर्वेक्षण में अरावली रेंज में पक्षियों की 180 प्रजातियां, स्तनधारियों की 15 प्रजातियां, जलीय एवं सरीसृप जीवों की 29 प्रजातियां और तितलियों की 57 प्रजातियां मिली थीं।