तीसरे 'विश्व हिंदू कांग्रेस सम्मेलन' का आयोजन इस साल थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में 24 से 26 नवंबर तक किया जा रहा है। इस सम्मेलन में 50 से 55 देशों के करीब 3000 से भी अधिक लोग हिस्सा ले रहे हैं। सम्मेलन के पहले दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने लोगों संबोधित किया। उन्होंने सम्मेलन में दुनिया की मौजूदा स्थिति, विभिन्न धर्मों समेत कई मुद्दों पर अपनी राय रखी है।
क्या बोले RSS प्रमुख?
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में विश्व हिंदू कांग्रेस 2023 को संबोधित करते हुए RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आज की दुनिया लड़खड़ा रही है। बीते 2000 वर्षों से उन्होंने खुशी, आनंद और शांति लाने के लिए बहुत सारे प्रयोग किए हैं। उन्होंने भौतिकवाद, साम्यवाद और पूंजीवाद व विभिन्न धर्मों को आजमाया है। उन्होंने भौतिक समृद्धि मान ली है। लेकिन कोई फिर भी संतुष्टि नहीं है।
भारत ही रास्ता देगा
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने सम्मेलन में भारत के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि खासकर कोविड काल के बाद दुनिया ने पुनर्विचार करना शुरू कर दिया है। ऐसा लगता है कि वे इस सोच में एकमत हैं कि उन्हें भारत रास्ता देगा, क्योंकि भारत में वह परंपरा है। उन्होंने कहा कि भारत ने पहले भी ऐसा किया है। और हमारे समाज और हमारे राष्ट्रों का जन्म उसी उद्देश्य के लिए है।
ये है सम्मेलन की थीम
तीसरे विश्व हिंदू कांग्रेस सम्मेलन का थीम 'जयस्य आयतनं धर्मः' रखा गया है। इसका अर्थ होता है- 'धर्म ,विजय का आधार'। इस सम्मेलन में दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव ,अत्याचार एवं हिंसा तथा उससे निपटने के तरीकों के साथ ही, विभिन्न क्षेत्रों में हिंदुओं की उपलब्धियों पर भी विचार मंथन किया जाएगा। बता दें कि इस कार्यक्रम का आयोजन वर्ल्ड हिंदू फाउंडेशन के तरफ से किया जाता है। प्रथम वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस का आयोजन 2014 में दिल्ली में और दूसरे सम्मेलन का आयोजन 2018 में अमेरिका के शिकागो में हुआ था। कोरोना काल की वजह से तीसरे आयोजन में देरी हुई है।
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