Highlights
- 5 से लेकर 11 जनवरी के बीच करीब 449 मरीज रोज़ाना अस्पताल में भर्ती हुए
- कुल 3,146 मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं जबकि सिर्फ 1,525 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हुए
- 7 जनवरी को 400 से ज्यादा मरीज भर्ती हुए थे,10 जनवरी को भर्ती होने वाले मरीजों का आंकड़ा 500 छू गया था
देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कुछ ऐसा ही हाल देश की राजधानी दिल्ली का भी है। दिल्ली में बुधवार को 27 हजार के ज्यादा नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। नए मामले बढ़ने के साथ दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ने लगा है। अब रोज़ाना भर्ती हो रहे मरीजों की संख्या ठीक होकर डिस्चार्ज होने वाले लोगों से दोगुनी हो गई है।
दिल्ली में 5 से लेकर 11 जनवरी के बीच करीब 449 मरीज रोज़ाना अस्पताल में भर्ती हुए थे जबकि ठीक होकर सिर्फ 217 मरीज ही रोज़ाना डिस्चार्ज हुए हैं। इस दौरान कुल 3,146 मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं जबकि सिर्फ 1,525 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हुए हैं। दिल्ली सरकार के डेटा पर नज़र मारें तो समझ आता है कि इस दौरान मरीजों के भर्ती होने का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है।
पिछले एक हफ्ते में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में अचानक उछाल आया है। 7 जनवरी को 400 से ज्यादा मरीज भर्ती हुए थे जबकि 10 जनवरी को भर्ती होने वाले मरीजों का आंकड़ा 500 छू गया था। 11 जनवरी को सबसे ज्यादा 511 कोरोना के मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया था। डिस्चार्ज होने वाले मरीजों के आंकड़े पर नज़र दौड़ाएं तो 8 जनवरी को 315 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हुए थे। जबकि 11 जनवरी को 311 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली थी। 12 जनवरी को दिल्ली में 40 मरीजों की मौत हुई है जबकि इससे ठीक एक दिन पहले 23 मरीजों की कोरोना से मौत हुई थी।
आंकड़े एक बार फिर कोरोना के डर को सच साबित करते हैं क्योंकि दिल्ली में मरीजों की मौत लगातार बढ़ रही है। 9 और 10 जनवरी को 17 मरीजों की कोरोना से मौत हुई थी, 11 जनवरी को 23 मरीजों की मौत हुई थी और बुधवार यानी 12 जनवरी को मौत का आंकड़ा सीधा 40 हो गया था। मरने वालों में सबसे ज्यादा 41 और 60 की उम्र के बीच के हैं, क्योंकि इस उम्र के अब तक 37 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। जबकि सात ऐसे मरीजों की मौत हुई है जिनकी उम्र 18-19 या उससे कम थी।