पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर में मौजूदा भय के माहौल में राजनीति में नहीं आना चाहती हैं। साथ ही, उन्होंने जोर देते हुए कहा कि राजनीति में आना और मीडिया की खबरों में रहना उन्हें आकर्षित नहीं करता। हालांकि, उन्होंने राजनीति में आने से पूरी तरह से इनकार नहीं किया और कहा कि किसी के जीवन में ऐसी स्थिति आती है, जो रास्ता दिखाती है, क्योंकि कोई भी भविष्य के बारे में नहीं जानता।
इस माहौल में राजनीति में नहीं आना चाहती
उन्होंने यहां एक सम्मेलन में कहा, ''मौजूदा माहौल में, जहां नेता पत्रकार बन गए हैं और पत्रकार स्टेनोग्राफर बन गये हैं, मैं इस तरह के माहौल में राजनीति में नहीं आना चाहती। राजनीति का उद्देश्य लोगों के साथ अपना संबंध बनाना होता है।’’ इल्तिजा ने कहा कि पीडीपी के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद की नातिन होने के नाते उन्होंने जन्म से ही काफी करीब से राजनीति देखी है।
'जम्मू कश्मीर को एक खुली जेल में तब्दील कर दिया गया है'
उन्होंने कहा, ‘‘अन्य लोगों के लिए यह (राजनीति) आकर्षक हो सकती है। मुझे यह आकर्षित नहीं करती।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू कश्मीर को एक खुली जेल में तब्दील कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास नागरिक अधिकार और स्वतंत्रताएं नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार पर्यटन को स्थिति सामान्य होने के रूप में प्रायोजित करने की कोशिश कर रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि 2019 से आम आदमी की हत्या में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी सुरक्षा वापस ले लीजिए, लेकिन अल्पसंख्यकों की रक्षा कीजिए।’’