Chinese Garlic Issue: बाजारों में धड़ल्ले से बिक रहे चाइनीज या चीन से आने वाले लहसुन का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के नामित अधिकारी को शुक्रवार को तलब कर पूछा है कि बैन हो चुका 'चीनी लहसुन' अब भी बाजार में कैसे उपलब्ध है। बता दें कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बाजारों में चाइनीज लहसुन बेचे जाने की खबरें आ रही हैं। मामले के जोर पकड़ने के बाद कार्रवाई भी शुरू हो गई और उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में कई कुंतल चाइनीज लहसुन पकड़ा भी गया। आइए, जानते हैं इस लहसुन पर इतना बवाल क्यों मचा है।
हाई कोर्ट में क्यों पहुंचा चाइनीज लहसुन का केस?
मोतीलाल यादव नाम के एक वकील ने हाई कोर्ट में चाइनीज लहसुन को लेकर जनहित याचिका दायर की थी। वकील ने अपनी याचिका में कहा था कि ‘चीनी लहसुन’ के हानिकारक प्रभावों के कारण देश में इस पर प्रतिबंध है, इसके बावजूद लखनऊ सहित पूरे देश में यह आसानी से उपलब्ध है। याचिका पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने केंद्र के वकील से देश में ऐसी वस्तुओं के प्रवेश को रोकने के लिए मौजूद सटीक व्यवस्था के बारे में भी प्रश्न किया है और यह भी पूछा है कि इसके प्रवेश के स्रोत का पता लगाने के लिए क्या कोई कवायद की गई है। याचिकाकर्ता ने अदालती कार्यवाही के दौरान जजों के सामने लगभग आधा किलो ‘चीनी लहसुन’ के साथ-साथ सामान्य लहसुन भी पेश किया था।
आखिर क्यों खतरनाक माना जाता है चीनी लहसुन?
चाइनीज लहसुन के बार में कहा जाता है कि इसमें मौजूद फंगस से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। साथ ही चाइनीज लहसुन में कीटनाशकों का स्तर भी काफी ऊंचा देखा गया है। कीड़ों से बचाने के लिए इस पर मेथाइल ब्रोमाइड का भी इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी वजह से इस लहसुन को खाने से पेट की बीमारियां जैसे अल्सर, इन्फेक्शन आदि होने का खतरा रहता है। इस जहरीले लहसुन के सेवन से किडनी से जुड़ी बीमारियां हो जाती हैं। हालांकि चाइनीज लहसुन देसी लहसुन के मुकाबले सस्ता होता है इसीलिए प्रतिबंधित होने के बावजूद ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में ये बाजारों में धड़ल्ले से बिक रहे होते हैं।
भारतीय और चाइनीज लहसुन में क्या है अंतर?
अब सवाल ये है कि आखिल दोनों लहसुन में अंतर कैसे करें। बता दें कि आप थोड़ा सा ध्यान दें तो चीनी लहसुन को आसानी से पहचाना जा सकता है। उसका रंग, आकार और उसकी गंध देसी लहसुन से काफी अलग होती है। चीनी लहसुनों का रंग हल्का सफेद और हल्का गुलाबी होता है। वहीं, देसी लहसुन की बात करें तो ये आकार में छोटे होते हैं और उनका रंग सफेद या फिर क्रीम कलर का होता है। दोनों की गंध में भी अंतर होता है। एक तरफ जहां देसी लहसुन की गंध तेज होती है तो चाइनीज लहसुन की गंध हल्की होती है।