मुंबई: राज ठाकरे, छगन भुजबल, नारायण राणे सहित कई बड़े नेताओं ने शिवसेना छोड़ी थी, लेकिन इन दिग्गज शिवसेना नेताओं ने किन वजहों से पार्टी छोड़ी, इसका खुलासा कभी नहीं हुआ था। लेकिन आज हम आपको नारायण राणे के पार्टी छोड़ने की इनसाइड स्टोरी बताएंगे।
दरअसल एमएनएस की सालाना गुड़ी पाड़वा रैली के दौरान राज ठाकरे ने दावा किया था कि नारायण राणे पार्टी ना छोड़ें, इसके लिए उन्होंने कोशिश की थी। राज के मुताबिक, जब उन्हें पता चला कि नारायण राणे पार्टी छोड़ने वाले हैं, तब उन्होंने बाल ठाकरे को फोन किया और कहा कि राणे जा रहे हैं, उन्हें रोकना चाहिए। तब बाला साहेब ठाकरे ने कहा था कि राणे को लेकर मातोश्री आओ। बालासाहेब से बात करने के बाद राज ठाकरे ने नारायण राणे को फोन किया और कहा कि आपको बालासाहेब ने मातोश्री पर बुलाया है। आप आ जाओ, हम साथ मातोश्री चलेंगे।
इसके ठीक 5 मिनट बाद राज ठाकरे को बाल ठाकरे ने फोन किया और कहा कि राणे से कहो कि वो मातोश्री पर मत आए। राज का दावा है कि उस समय पीछे से किसी की आवाज आ रही थी, जो कह रहा था कि मत बुलाओ राणे को। राज ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि वो किसकी आवाज थी।
राज ठाकरे के इस दावे पर इंडिया टीवी ने उद्धव ठाकरे का पक्ष जानने की कोशिश की। तब हमारे सवाल के जवाब में उद्धव ने कहा कि वो (राज ठाकरे) 18 साल से एक की टेप रट रहे हैं। मुझे जो कहना है, वो मैं पिछले साल ही अपनी जनसभा में बोल चुका हूं।
उद्धव ठाकरे ने दी थी मातोश्री छोड़ने की धमकी
उद्धव अब भी इस मुद्दे पर खुलकर बोलने से बच रहे थे इसलिए इंडिया टीवी ने सच का पता लगाने के लिए नारायण राणे के विधायक बेटे नितेश राणे से इस राज पर से पर्दा उठाने के लिए कहा तो नितेश ने वो खुलासा किया जो सच में चौंकाने वाला था। नितेश ने इंडिया टीवी से कहा, राज ठाकरे ने जो कहानी बताई है वो सही है। आगे की कहानी मैं आपको बताता हूं।
नितेश के मुताबिक, राज ठाकरे और बाल ठाकरे के फोन कॉल के दौरान पीछे से जो आवाज आ रही थी वो उद्धव ठाकरे की थी। उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे को धमकी दी थी कि अगर नारायण राणे को पार्टी में रखा गया तो वो अपने बाल-बच्चों के साथ मातोश्री छोड़कर चले जाएंगे और ये बात खुद बालासाहेब ठाकरे ने मेरे पिता नारायण राणे को बताई थी। जिस आदमी को आप सहानुभूति देते हैं, उसका असली चेहरा ऐसा है।
उद्धव ने शिवसेना नेताओं को मेरी शादी में आने से रोका: नितेश राणे
नितेश राणे ने दावा किया कि जब उनकी और उनके बड़े भाई नीलेश राणे की शादी तय हुई थी, तब शादी का न्योता कई शिवसेना नेताओं को दिया गया था। उस वक्त मेरे पिता ने भले ही शिवसेना छोड़ दी थी लेकिन उनके कई शिवसेना नेताओं से बहुत ही अच्छे संबंध थे।
उन्होंने कहा कि हमारी शादी के न्योते की जानकारी जब उद्धव ठाकरे को मिली, तब मातोश्री से शिवसेना नेताओं को फोन किए गए। उनसे कहा गया कि जिन नेताओं को राणे भाईयों की शादी में आने का न्योता मिला है, वो सभी शादी के कार्ड मातोश्री पर जमा कर दें और कोई भी राणे परिवार की शादी समारोह में शामिल ना हो।
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