Highlights
- अमेठी दौरे पर गई थीं स्मृति ईरानी
- एक स्थानीय व्यक्ति की शिकायत पर लगाया लेखपाल को फोन
- पहचानने से इंकार के बाद लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई का दिया निर्देश
Union Minister Smriti Irani: सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक लेखपाल को वह फोन लगाती हैं और अपना परिचय बताती हैं, लेकिन लेखपाल उन्हें पहचानने से मना कर देता है। इसके बाद वह सीडीओ को फोन पकड़ा देती हैं। हैरानी की बात है कि लेखपाल उन्हें भी नहीं पहचानता। इसके बाद बवाल मचना तो तय ही था। अब केंद्रीय मंत्री के निर्देश पर लेखपाल के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। डीएम ने दो दिन में अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। आइए आपको बताते हैं कि ये पूरा मामला है क्या?
दरअसल केंद्रीय मंत्री दो दिन पहले अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के दौरे पर थीं। इसी दौरान एक स्थानीय व्यक्ति ने उनसे लेखपाल के खिलाफ शिकायत की। शिकायतकर्ता के अनुसार उसके पिता शिक्षक थे जिनकी मौत हो चुकी है, लेकिन संबंधित लेखपाल रिपोर्ट नहीं लगा रहा। इससे उनके मां को पेंशन नहीं मिल पा रही है। लेखपाल रिपोर्ट लगाने में लंबे समय से आनाकनी कर रहा है और दफ्तर के चक्कर कटवा रहा है। यह बात सुनते ही केंद्रीय मंत्री ने लेखपाल का नंबर लेकर अपने नंबर से उसे भीड़ के सामने ही फोन लगा दिया।
लेखपाल ने मंत्री को पहचानने से कर दिया इंकार
स्मृति ईरानी के कॉल लगाने पर लेखपाल ने फोन रिसीव किया। इधर से केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वह अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी बोल रही हैं, क्या उन्हें वह पहचानते हैं। आरोप है कि लेखपाल ने तब कहा कि कौन स्मृति ईरानी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने पास खड़ी अमेठी की मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अंकुर लाठर को फोन पकड़ा दिया। स्मृति ने कहा कि अंकुर जी आपको परिचय देंगी। सीडीओ ने मंत्री का फोन लिया और लेखपाल को अपना परिचय दिया, लेकिन उसने उन्हें भी नहीं पहचाना। भीड़ के सामने अब केंद्रीय मंत्री और सीडीओ का मजाक बन गया। यह देख सभी लोग हैरान रह गए। तब सीडीओ ने लेखपाल को फटकारते हुए कहा कि तुम अपने सीडीओ को भी नहीं पहचानते... ऑफिस आकर मिलो तुम तब बताती हूं।
केंद्रीय मंत्री ने दिया कार्रवाई का निर्देश
लेखपाल की इस हरकत से केंद्रीय मंत्री भी हैरान रह गईं। उन्होंने जिले के अधिकारियों को लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दे दिया है। इस पर आरोपी लेखपाल के खिलाफ जांच गठित कर दी गई है। जानकारी मिल रही है कि लेखपाल अपनी सफाई में ऊंचा सुनने की बात कह रहा है। ऐसे में उसकी मेडिकल जांच भी कराई जा सकती है। मोबाइल नेटवर्क कम होने की बात भी लेखपाल की ओर से कही जा रही है। अपने बचाव में लेखपाल का यह तर्क कितना काम आएगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन केंद्रीय मंत्री और सीडीओ को पहचानने से इंकार कर देने और उनका फोन काटने के बाद वह सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गया है।
मुसाफिरखाना के करुणेश ने की थी शिकायत
मुसाफिर खाना तहसील के पहलवानपुर गांव निवासी करुणेश ने कादू नाला पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से लेखपाल की शिकायत की थी। लेखपाल की तैनाती मुसाफिरखाना के गौतमपुर ग्रामसभा में बताई जा रही है। आरोपी लेखपाल का नाम दीपक है। दीपक पर अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरतने और अधिकारियों व सांसद को परिचय देने के बावजूद नहीं पहचान पाने का आरोप है।
क्या हो सकती है कार्रवाई
लेखपाल दीपक को इस मामले में कुछ महीने के लिए निलंबित किया जा सकता है। साथ ही उसके वेतन में भी कटौती की जा सकती है। इसके अलावा किसी सुदूर जिले में लेखपाल को स्थानांतरित किया जा सकता है। जांच में दोषी पाए जाने पर उसके ऊपर इस तरह की कड़ी कार्रवाई होनी तय मानी जा रही है।