नई दिल्लीः पत्नी से प्रताड़ित होकर सुसाइड करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष की खबरों ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। सुसाइड से पहले इंजीनियर ने 24 पेज लंबे सुसाइड नोट और डेढ़ घंटे के वीडियो में अपनी व्यथा व्यक्त की थी। सुसाइड नोट में अतुल सुभाष ने महिला जज से लेकर पत्नी निकिता सिंघानिया तक को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। आइए जानते हैं निकिता सिंघानिया के बारे में।
कौन है निकिता सिंघानिया?
अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में जिस निकिता सिंघानिया का जिक्र किया है वह उनकी पूर्व पत्नी है। इसी साल जुलाई में कोर्ट ने तलाक के केस पर फैसला सुनाया था। निकिता दिल्ली में स्थित एक इंजीनियरिंग कंपनी में नौकरी करती है। हालांकि वह मूल रूप से यूपी के जौनपुर जिले की रहने वाली है। निकिता का परिवार जौनपुर के नगर कोतवाली के खोआ मंडी स्थित एक मकान में रहता है। हालांकि आज आधी रात को मां और भाई घर पर ताला लगाकर फरार हो गए। घर से भागते का वीडियो भी सामने आया है। निकिता के भाई का घर के पास ही जौनपुर में कपड़े की एक दुकान भी है।
कब हुई थी निकिता और अतुल सुभाष की शादी
बिहार के समस्तीपुर जिले के वैनी थाना क्षेत्र के रहने वाले अतुल सुभाष और यूपी के जौनपुर की रहने वाली निकिता सिंघानिया की शादी साल 2019 में हुई थी। जानकारी के अनुसार, अतुल सुभाष की बैंगलुरू में जॉब लगी तो मां-बाप ने शादी के लिए मैट्रिमोनियल ऐड दिया और जौनपुर की रहने वाली निकिता सिंघानिया के साथ 2019 में उनकी शादी कर दी। साल 2020 में दोनों को एक बेटा हुआ लेकिन, 2021 में दोनों के बीच अनबन हुई। उस वक्त अतुल सुभाष की मदर इन लॉ (सास) , निशा सिंघानिया अपनी बेटी और अतुल के बेटे को लेकर बैंगलुरू से जौनपुर आ गई।
निकिता ने अतुल पर दर्ज कराए थे कई केस
इसके बाद निकिता दिल्ली में नौकरी करने लगी और अतुल से अलग होने के आठ महीने बाद पति के ख़िलाफ़ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज करा दिया। मामला कोर्ट में गया। इस दौरान निकिता के पिता की मौत हो गई। इसके बाद निकिता ने अपने पिता की मौत के लिए, अतुल और उनकी फैमिली को ज़िम्मेदार ठहराते हुए हत्या का केस दर्ज करा दिया। इस तरह अतुल और उनके परिवार के खिलाफ निकिता ने नौ केस फाइल कर दिए।
तलाक केस में इसी साल जुलाई में आया था फैसला
इसी साल जुलाई में डायवोर्स (तलाक) के केस का फ़ैसला हो गया। अदालत ने अतुल सुभाष की पत्नी निकिता को तो गुज़ारा भत्ता नहीं दिया लेकिन बेटे के लिए 40 हज़ार रुपए महीने देने का आदेश दिया। बाक़ी मामलों के लिए कोर्ट मेडिटेशन के लिए कहा। अतुल ने सुसाइड नोट में लिखा है कि सारे मामले रफ़ा-दफ़ा करने के लिए निकिता और उसकी फैमिली ने पहले दो करोड़ मांगे। फिर तीन करोड़ की डिमांड कर दी। फिर डिमांड साढ़े तीन करोड़ तक पहुंच गई। इन सबसे हताश होकर अतुल सुभाष ने जान दे दी।
मरने से पहले बेटे के लिए छोड़ा गिफ्ट
मरने से पहले अतुल ने वीडियो बनाया और अपनी आख़िरी इच्छा भी बताई। उन्होंने अपने परिवार के लोगों को सलाह दी कि वो निकिता सिंघानिया या उनकी फैमिली मेंबर्स से कभी भी कैमरे के बग़ैर दो चार लोगों को साथ लिए बिना न मिलें। वरना वो कोई नया इल्ज़ाम लगा देगी। अतुल सुभाष ने कहा कि मरने के बाद निकिता और उसके परिवार के किसी मेंबर को उनकी डेड बॉडी के आस-पास भी न आने दिया जाए। अतुल सुभाष ने अपने बेटे के लिए भी एक गिफ्ट छोड़ा है और लिखा है कि ये गिफ्ट तभी खोला जाए उनका बेटा 18 साल का हो जाए।
ये भी पढ़ेंः अतुल सुभाष सुसाइड केस में नया मोड़, निकिता की मां-भाई घर छोड़कर फरार, भागते हुए वीडियो आया सामने
अतुल सुभाष और निकिता की हुई थी लव मैरिज, निजी जिंदगी को लेकर सामने आई ये बड़ी जानकारी