Highlights
- इनका जन्म 1957 में हुआ था इनके पिता दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व एडिशनल जज थे
- 29 अप्रैल 2004 में सूप्रीम कोर्ट के वकील बन गए थे
- चीफ जस्टिस एनवी रमना (NV Ramana) 26 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं
Chief Justice of India: सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा चीफ जस्टिस एनवी रमना(NV Ramana) 26 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। इनके रिटायटरमेंट के बाद यू यू ललित का नाम सूर्खियों में आ रही हैं। इस संबंध में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने सीजेआई को लेटर लिखकर उत्तराधिकारी का नाम बताने के लिए निवेदन किया था। मुख्य न्यायधीश एन वी रमना ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस उदय उमेश ललित के नाम की सिफारिश की है। आज हम यूयू ललित के बारे में जानेंगे कि इनकी क्या इतिहास रही है, किन-किन विवादों से नाता रहा है। और कौन है ये यूयू ललित।
कौन हैं यू यू ललित?
जस्टिस यू यू ललित भारत के सर्वोच्चय न्यायालय के न्यायाधीश है। इसे पहले उन्होंने एक सीनियर वकील के रूप में प्रैक्टिस की है। इनका जन्म 1957 में हुआ था इनके पिता दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व एडिशनल जज थे। यू यू ललित ने अपनी कैरियर की शुरूआत बॉम्बे हाईकोर्ट से की थी। इसके बाद 1883 में दिल्ली आ गए। 1986 से 1992 के बीच ललित देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबाजी के साथ उप सहायक के रूप में काम करते थे। वही 29 अप्रैल 2004 में सूप्रीम कोर्ट के वकील बन गए थे।
कई अहम फैसलों में शामिल थे
देश के अहम फैसलों में यू यू ललित का बड़ा योगदान रहा। देश से हमेशा के लिए तीन तलाक को खत्म करने वाली सुप्रीम कोर्ट पीठ के 5 जजों में एक ये भी थे। एसी-एसटी कानून 1983 का दुरुपयोग करने वाले लोगों के खिलाफ व्यवस्था की तो वही भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को कोर्ट की आवमानना मामले में 4 महीने की जेल और 2000 रूपये का जुर्माना लगाय था बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार सलमान खान के काले हिरण वाले केस में शामिल थे। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमिरंदर सिहं के एक में इनका संबंध रहा।
विवादित मामलों से दुरी बना ली
मुंबई में 1993 में हुए बम ब्लास्ट के आरोपी याकूब मेनन क फांसी की सजा के खिलाफ पुनर्विचार याचिका को बीच में छोड़ दी। वही मालेगांव ब्लास्ट केस से संबंधित एक सुनवाई से दुरी बना ली थी। मीडिया के सुर्खियों में रहने वाले आसाराम बापू के केस इनके संबंध रहे। अयोध्या मामले में कल्याण सिंह के वकील थे हालांकि बाद में उन्होंने इस मामले से भी अपना रिश्ता खत्म कर ली।
कोर्ट में सुनवाई के समय बदल दिए
देश के नए चीफ जस्टिस बनने जा रहे हैं यू यू ललित ने कोर्ट में सुनवाई का समय 10 बजे से बदलकर 9:30 सुबह कर दिया। उन्होंन इस संबंध में कहा था कि जब बच्चे स्कुल जाने के लिए 7 बजे उठ सकते हैं तो वकील और जज क्यों नहीं उठ सकते हैं। इसे ये भी स्पष्ट हो रहा है कि आने वाले समय में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।