Highlights
- कालीचरण महाराज का दो राज्यों से है नाता
- कालीचरण महाराज महज आठवीं क्लास तक पढ़े हैं
- पिछले साल शिव तांडव स्त्रोत के कारण चर्चा में आए थे
कौन है कालीचरण महाराज? (Who Is Kalicharan Maharaj): माथे पर बड़ी लाल बिंदी, लाल वस्त्र और खुले बाल वाले कालीचरण महाराज इन दिनों चर्चा में छाए हुए हैं। दरअसल, रायपुर में आयोजित धर्मसंसद में खुलेआम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी की और नाथूराम गोडसे का महिमामंडन। इसके बाद इनको लेकर चर्चा शुरू हो गई।
कालीचरण के आज को देखकर लोग इनके इतिहास के बारे में सर्च करने लगे हैं। कालीचरण महाराज का असली नाम, पढ़ाई-लिखाई से लेकर राजनीति में किस्मत आजमाने तक के बारे में यहां पर जानेंगे। आखिर कैसे एक गरीब घर का लड़का यहां तक पहुंचा?
कालीचरण का असली नाम
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कालीचरण का असली नाम अभिजीत धनंजय सराग है जो मूलरूप से महाराष्ट्र के अकोला के शिवाजीनगर के रहने वाले बताए जाते हैं। इनके पिताजी धनंजय सराग की अकोला के जयन चौक में मेडिकल शॉप है। इनका बचपन आर्थिक तंगी में गुजरा है। इसी कारण इनको इंदौर अपने मौसी के घर पर रहना पड़ा था। ऐसा बताया जाता है कि भय्यू महाराज के खामगांव स्थित आश्रम की व्यवस्थाओं को भी यही संभालते थे।
कालीचरण महाराज की पढ़ाई
कालीचरण महाराज की पढ़ाई महज आठवीं कक्षा तक हो पाई। उसके बाद वह पढ़ नहीं पाए। मगर इनके करीबी बताते हैं कि इन्होंने धर्मग्रंथों का गहन अध्ययन किया है। साथ ही ये कालीभक्त बताए जाते हैं। हिंदी भाषा के अलावा मराठी भी अच्छी तरह जानते हैं। कालीचरण महाराज राजनीति में भी किस्मत आजमा चुके हैं। अकोला में पार्षद के लिए निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुके हैं। मगर उनको जीत नहीं मिल पाई।
अनुपम खेर ने हुए थे मुरीद
बता दें कि, कालीचरण पिछले साल शिव तांडव स्त्रोत के कारण चर्चा में आए थे। उन्होंने मध्य प्रदेश में शिव तांडव स्त्रोत गाया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। यहां तक कि दिग्गज एक्टर अनुपम खेर ने भी उस वीडियो को शेयर किया था।