Highlights
- भारत में कोरोना मौतों पर WHO का आंकड़ा
- बीजेपी ने डेटा को बताया पूरी तरह गलत
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर किया पलटवार
BJP On WHO Covid Data: भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस महामारी से हुई मौतों के बारे में डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी किए गए आंकड़े ‘‘गलत’’ हैं और भारत सरकार ने इस संबंध में डब्ल्यूएचओ के समक्ष अपनी आपत्तियां भी दर्ज कराई हैं। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी आंकड़ों को लेकर पूरे विश्व में हिन्दुस्तान के बारे में एक ‘‘भ्रामक’’ स्थिति फैलाने की कोशिश की गई है।
कोरोना से मौतों पर WHO ने क्या कहा-
डब्ल्यूएचओ ने बृहस्पतिवार को जारी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से 47 लाख लोगों की मौत हुई है। यह संख्या भारत के आधिकारिक आंकड़ों से करीब 10 गुना ज्यादा है। भारत सरकार ने डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों पर सवाल उठाए हैं। पात्रा ने दावा किया कि पूरा विश्व मानता है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने जिस तरह कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ी, वह ‘‘अद्भुत और अद्वितीय’’ होने के साथ-साथ समूची दुनिया के लिए मिसाल थी। उन्होंने कहा, ‘‘पर ऐसे में मृत्यु के आंकड़ों पर राजनीति करना, इससे दुखद और कुछ नहीं हो सकता।’’
भारत ने जताई आपत्ति-
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने भारत में कोरोना से मौतों पर डब्ल्यूएचओ के दावे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि जब पहले से ही भारत के पास कोरोना से हुईं मौतों का आंकड़ा मौजूद है, ऐसी स्थिति में उस मॉडल को तवज्जो नहीं दी जा सकती जहां पर सिर्फ अनुमान के मुताबिक आंकड़े जारी किए गए हों। उन्होंने कहा कि हम अपने लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा अपनाई जाने वाली कार्यप्रणाली से सहमत नहीं हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों को लेकर भारत सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत की चिंताओं को पर्याप्त रूस से संबोधित किए बिना ही अतिरिक्त मृत्यु दर अनुमान जारी किया है। भारत ने कहा कि इन आंकड़ों को जारी करने के लिए जिन मॉडलों की वैधता और जिस डेटा कार्यप्रणाली का उपयोग किया गया है वह संदिग्ध है।
भाजपा प्रवक्ता के मुताबिक, देश की जनसंख्या और भौगोलिक स्थिति को देखते हुए भारत ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जो लड़ाई लड़ी, वह कई विकसित देशों से भी बेहतर थी तथा कोविड-रोधी टीकाकरण के मामले में भारत आज एक ‘‘इतिहास’’ रचता हुआ नजर आ रहा है।
कांग्रेस ने किया वार-
राहुल गांधी ने डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी आंकड़ों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि 'विज्ञान झूठ नहीं बोलता, मोदी बोलते हैं।' राहुल ने ट्वीट किया, "47 लाख भारतीय नागरिकों की मौत कोविड-19 महामारी से हुई, जबकि सराकर की ओर से 4.8 लाख लोगों की मौत का दावा किया गया है। विज्ञान झूठ नहीं बोलता, मोदी बोलते हैं।" उन्होंने सरकार से आग्रह करते हुए लिखा, "अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति संवेदना है। ऐसे हर परिवार को चार लाख रुपये की मदद दी जाए।"
बीजेपी का पलटवार-
पात्रा ने कहा, ‘‘राहुल गांधी लगातार भारत को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने समय-समय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर आक्रमण करते हुए भारत को नीचा दिखाया है।’’ भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मौत और जन्म संबंधी आंकड़ों के पंजीकरण के लिए भारत के पास एक सुदृढ़ तंत्र है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘डब्ल्यूएचओ का ‘डेटा’ और कांग्रेस का ‘बेटा’, दोनों गलत हैं।’’