कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा कि 'तोड़ो और बांटो' की राजनीति से भारत को मदद नहीं मिलेगी, जिसकी बुनियाद शांति, एकता और प्रेम रही है। सोमवार को यहां पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा के समापन पर जनसभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, जब राहुल कश्मीर की ओर बढ़े, तो उन्होंने मां और मुझे एक संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें यह महसूस हो रहा है कि वह घर जा रहे हैं। जब उन्होंने यात्रा शुरू की, तो हम सभी को आशंका थी कि लोगों की प्रतिक्रिया क्या होगी, क्या राहुल का अच्छा स्वागत होगा, क्या लोग उनसे मिलने आएंगे?
इस यात्रा ने साबित कर दिया है कि हमारे संविधान में निहित शांति, एकता और प्रेम के मूल तत्व अभेद्य हैं। भारी बर्फबारी के बीच आज की रैली में शामिल होकर कश्मीर के लोगों ने फिर से देश को उम्मीद की किरण दी है और मुझे विश्वास है कि यह संदेश पूरे देश में फैलेगा।
तोड़ने और बांटने की राजनीति
प्रियंका ने कहा, ''तोड़ने और बांटने की राजनीति इस देश की मदद नहीं करेगी। शांति, एकता और प्रेम ही आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है और कश्मीर उस आदर्श पर कायम है। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को दिए गए प्यार और स्नेह के लिए धन्यवाद देती हूं।''
भाईचारा की विचारधारा
प्रियंका ने कहा, ''यात्रा के इस अंतिम समारोह पर, मैं अपनी पार्टी की ओर से राहुल गांधी को बधाई देती हूं। यह यात्रा सफल रही है। इस यात्रा ने दिखाया है कि देश में ऐसे लोग हैं जो भाजपा को पसंद करते हैं, लेकिन भाईचारा की विचारधारा के हिमायती लोग भी हैं।''
एक और यात्रा करेंगे राहुल गांधी?
पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रैली में कहा, ''राहुल, आपने कहा था कि आप कश्मीर आए हैं, यह आपका घर है। मुझे उम्मीद है कि गोडसे की विचारधारा ने जम्मू-कश्मीर से जो छीन लिया, वह बहाल होगा। आज देश राहुल गांधी में आशा की किरण देख सकता है।'' वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष से देश के पश्चिम से पूर्व की ओर एक और यात्रा करने को कहा।