अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह पूरा हो गया है और इसके साथ ही लोगों का सदियों पुराना इंतजार भी खत्म हो गया है। लेकिन इस प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बेहद कठिन 11 दिन का व्रत किया था। पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद जब भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई, तब गोविंद गिरी जी महाराज ने पीएम मोदी का व्रत खुलवाया। गोविंद गिरी महाराज ने पीएम मोदी को एक चम्मच भगवान राम का चरणामृत पिलाकर व्रत तुड़वाया।
राम चरणामृत में ये सब था
बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए पीएम मोदी 12 जनवरी से 11 दिनों के उपवास पर थे। प्रधानमंत्री मोदी को रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद गिरी जी महाराज ने प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान राम का चरणामृत पिलाया। इस चम्मच चरणामृत में बेहद खास चीजें मिली हुई थीं। इस चरणामृत में पांच मुख्य सामग्रियां मिली थीं-
- दही
- दूध
- शहद
- तुलसी
- घी
बेहद कठिन तप था मोदी का उपवास
प्रधानमंत्री ने श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन के अनुष्ठान के दौरान उपवास, जप और गाय की पूजा की। वे 11 दिन तक फर्श पर सोए और सिर्फ नारियल पानी पीकर, फल खाकर रहे। मोदी इस दौरान रामायण से जुड़े 4 राज्यों के 7 मंदिरों में दर्शन-पूजन भी करने गए। इस महान तप के बाद वो पल आया जब पीएम मोदी ने 140 करोड़ भारतीयों की ओर से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में मुख्य यजमान का दायित्व निभाया।
जब भावुक हो गए प्रधानमंत्री
सारे कार्यक्रम संपन्न होने के बाद मोदी ने अपना उपवास तोड़ा। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद गिरी जी महाराज ने मंच से कहा कि हमने तो पीएम से बस 3 तीन का उपवास करने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने 11 दिन का उपवास रखा। स्वामी गोविंद गिरी ने कहा कि हमने 3 तीन दिनों के लिए भूमि शयन (जमीन पर सोने) को कहा लेकिन इतनी ठंड के मौसम में उन्होंने 11 दिन भूमि शयन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी भी भावुक हो गए। गोविंद गिरी जी महाराज ने आगे कहा कि ये महापुरुष हमारे बीच मौजूद हैं। पीएम मोदी किसी महापुरुष से कम नहीं है।
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