चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का लैंडफॉल शाम 6 बजे के बाद शुरू हो गया। इस चक्रवाती तूफान की तबाही का तस्वीरें समय-समय पर देखने को मिल रही हैं। कहीं बिजली के खंभे गिरे तो कहीं दुकान और मकान। कहीं पेड गिरे तो कहीं कोई चक्रवात में फंसने के कारण घायल हो गया। इस तूफान के मद्देनजर मौसम विभाग कई राज्यों को अलर्ट पर रखा है। गुजरात के 7 जिलों को इससे नुकसान की आशंका जताई जा रही है। चक्रवाती तूफान के मद्देनजर राज्य के अलग अलग जिलों में एनडीआरएफ की 42 टीमों की तैनाती की गई है। वहीं एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात हैं। लेकिन हम आपको इस लेख में बताएंगे कि अगर आप चक्रवात प्रभावित इलाके में फंस गए हैं तो आफको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
चक्रवात आने पर क्या करें
- अगर आप सइक्लोनिक जोन में फंसे हुए हैं तो आपको अपने फोन पर या किसी भी तरीके से सरकार द्वारा दी जा रही चेतावनियों के सुनते रहना होगा। वहीं स्थानीय प्रशासन द्वारा बताए गए नियमों का पालन करें।
- किसी भी तरह की अफवाह पर विश्वास न करें। प्रयास करें की आफ अपने घर को खाली करके किसी सुरक्षित स्थान पर जाएं। अगर आपका घर सुरक्षित बना हुआ है। तो घर में आप सबसे सुरक्षित स्थान पर जाएं। अगर प्रशासन द्वारा घर को खाली कराया जाए तो जल्दी घर खाली करें।
- घर पर पैकेज्ड फूड रख लें यानि वो खाना जिन्हें पकाने की आवश्यकता न हो। साथ ही पानी भी स्टोर कर लें। दूसरे स्थान पर अगर आप जा रहे हैं तो अपनी कीमती समानों को साथ ले जाएं।
- चक्रवात के दौरान घर के बाहर न निकले और बिजली तथा गैस की सप्लाई को बंद कर दें। साथ ही जब तक अधिकारिक रूप से यह घोषणा नहीं की जाती कि चक्रवात खत्म हो गया है तबतक अपने घर से बाहर न निकलें।
साइक्लोन के बाद क्या करें
चक्रवात के खत्म हो जाने के बाद अधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद वापस निकले और इस दौरान बीमारियों का वैक्सीन जरूर लगवाएं। चक्रवात के बाद खंभे और तार गिर जाते हैं ऐसे में इन तारों से बचकर चलें। घर जाने के बाद अपने घर के आसपास की सफाई करें और घर को जो नुकसान हुआ है उसकी सूचना अधिकारियों को दें ताकि जल्द से जल्द मरम्मत हो सके।