India Fatest growth in Innovation Ecology: क्या आपने कभी Innovation Ecology यानि कि नवोन्मेष पारिस्थितिकी के बारे में कभी सुना है, अगर नहीं तो आइए हम आपको बताते हैं। अब Innovation Ecology में भारत दुनिया में सबसे तेज प्रगति करने वाला देश बन गया है। भारत के कौशल विकास,उद्यमिता एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि पिछले कुछ वर्षों में देश में 100 से अधिक यूनिकॉर्न कंपनियों का सृजन हुआ है। इसके बाद भारत नवोन्मेष आधारित पारिस्थितिकी के मामले में दुनिया में बहुत तेजी से उभरा है।
राज्यमंत्री चंद्रशेखर ने शनिवार को 'विश्व सद्भावना' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में पैदा हुई यूनिकॉर्न कंपनियों में से कोई भी बड़े नामों के साथ नहीं जुड़ी हुई थी। भारत में एक अरब डॉलर से अधिक आकार वाली कंपनियों 'यूनिकॉर्न' की संख्या 100 से अधिक हो चुकी है। उन्होंने कहा, "इनमें से किसी भी कंपनी का कोई राजनीतिक संपर्क नहीं था। ये कंपनियां पूरी तरह से उद्यमशीलता एवं क्षमता के दम पर बनाई गई हैं और इसमें संस्थापकों के समर्पण एवं कड़ी मेहनत का योगदान रहा है।
पीएम मोदी के प्रयासों से सफल हुए यूनिकॉर्न
100 से अधिक यूनिकॉर्न कंपनियों के सफल होने पर चंद्रशेखर ने 'नया भारत' बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी इस बात को लेकर पूरी तरह स्पष्ट हैं कि कारोबार ही निवेश करते हैं, रोजगार पैदा करते हैं और सबसे बढ़कर वे सरकार को राजस्व भी देते हैं।" उन्होंने कहा कि भारत ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं डिजिटल क्षेत्र में एक बड़ी दूरी तय कर ली है। उन्होंने कहा, "वर्ष 2014 में जहां देश में इस्तेमाल होने वाले मोबाइल फोन में से 92 प्रतिशत आयात किए जाते थे। वहीं अब वर्ष 2022 में 97 प्रतिशत मोबाइल फोन घरेलू स्तर पर ही बनाए जा रहे हैं।" यह पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत बनाने के संकल्पों का नतीजा है।
क्या है Innovation Ecology
यह मरियम वेबस्टर पारिस्थितिकी तंत्र को जीवों के समुदाय को परिसर के रूप में परिभाषित करता है। इसका पर्यावरण पारिस्थितिक ईकाई के रूप में काम करता है। Innovation Ecology विभिन्न हितधारकों, खिलाड़ियों व समुदाय से जुड़े सदस्यों का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह नवाचार के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें सरकार से लेकर उद्यमी पूंजीपति, निजी निवेशक, मीडिया, निगम, विभिन्न विश्वविद्यालय, स्टार्टअप त्वरक, फाउंडेशन इत्यादि शामिल हैं। यह नवीन विचारों को वास्तविकता में बदलते हैं। इससे संघीय, स्थानीय और राज्य स्तरीय इन्नोवेशन इकोलॉजी विकसित होती है। बिजली, पानी से लेकर किफायती आवास तक की सुविधाओं में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण होती है।