सर्दी के मौसम की शुरुआत के साथ ही प्रदूषण का स्तर अपने पांव फैलाने लगता है या यूं कहें कि बढ़ने लगता है। राष्ट्रीय राजधानी और इसके आस पास के इलाकों में पॉल्यूशन की गंभीर स्थित बनी हुई है। पॉल्यूशन के इस लेवल पर बढ़ने के कारण दिल्ली में एनसीआर में GRAP-3 को लागू किया जा चुका है। दिल्ली का AQI बेहद खराब स्थिति में पहुंच चुका है। ऐसे में हम अक्सर AQI, ग्रैप, नाइट्रोजन ऑक्साइड, कोहरा, धुंध, पीएम पार्टिकल, ओजोन, कार्बन मोनोऑक्साइड, बीएस वाहन, सल्फ़र डाईऑक्साइड जैसे शब्द सुनने को मिलते हैं। तो आइए इस खबर के जरिए इन सभी शब्दों के मतलब को को जानते हैं।
AOI
एक्यूआई यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index), यह बताता है कि किसी विशेष स्थान पर हवा कितनी खराब हो गई है या कितनी साफ है। देश की राजधानी में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के आंकड़ों के मुताबिक, हाल ही में एयर क्वालिटी खतरनाक स्तर तक गिर गई है।
ग्रैप क्या होता है?
दिल्ली- एनसीआर में एयर पॉल्यूशन को कम करने और इस पर लगाम कसने के लिए GRAP-ग्रैप बनाया गया है। इसकी फिुल फॉर्म ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान है। इसके तहत एयर पॉल्यूशन के अलग-अलग फेजों में प्रदूषण तो कम करने के लिए पाबंदियां लगाई जाती हैं। जब AQI 200 के पार चला जाता है तो ग्रैप का पहला चरण लागू होता है। जब एक्यूआई 300 के पार जाता है तो दूसरा चरण लागू होता है और जब एक्यूआई 400 के पार जाता है तो ग्रैप का तीसरा चरण लागू किया जाता है।
बीएस वाहन
समूचे देश में चलने वाले प्रत्येक वाहनों के लिए एक मानक होता है। इन्हीं वाहनों में पॉल्यूशन मापने के लिए बीएस का यूज होता है। भारत स्टेज, बीएस का फुल फॉर्म होता है। इससे यह पता चलता कि वाहन कितना पॉल्यूशन कर रहा है।
पार्टिकुलेट मैटर(पीएम पार्टिकल)
पीएम का मतलब पार्टिकुलेट मैटर (जिसे पार्टिकल प्रदूषण भी कहते हैं) होता है। हवा में पाए जाने वाले ठोस कणों और तरल बूंदों के मिश्रण के लिए यह शब्द यूज होता है। धूल, गंदगी, कालिख या धुआं जैसे कुछ कण इतने बड़े या काले होते हैं कि उन्हें नंगी आंखों से देखा जा सकता है। अन्य इतने छोटे होते हैं कि उन्हें केवल इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप का उपयोग करके ही देखा जा सकता है।
स्मॉग
स्मॉग शब्द दो शब्दों स्मोक और फॉग से मिलकर बना है। यह एक तरह का वायु प्रदूषण है जो दृश्यता को कम करता है।
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