Sawal To Banta Hai: इंडिया टीवी के चर्चित शो सवाल तो बनता है में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि पिछले दो साल में मैंने बहुत संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि किसी नेता के बेटे को जनता तभी स्वीकार करती है जब वह योग्य होता है। उन्होंने कहा कि पिता रामविलास पासवान के जाने के बाद मैंने सोचा भी नहीं था कि ऐसा कुछ होगा। उन्होंने कहा कि मैंने नहीं सोचा था कि परिवार टूट जाएगा।
'परिवार से लड़ना संभव नहीं'
चिराग पासवान ने कहा कि जब बाहर वालों से झगड़ा होता है तो उनसे लड़ा जा सकता है लेकिन जब अपने परिवार वाले ही सामने होते हैं तो लड़ना असम्भव हो जाता है। उन्होंने कहा कि पिता के जाने के बाद मैंने अपने चाचा में ही उनकी छवि देखी थी। चिराग ने कहा कि वह एक अलग दौर था और आज एक अलग दौर है। उस दौर ने मुझे काफी कुछ सिखाया और उससे सीखकर मैं आज सबके सामने खड़ा हूं।
पीएम के साथ रिश्ते पर बोले चिराग
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने रिश्ते को लेकर चिराग ने कहा कि जब पिताजी की तबियत ख़राब थी उस समय पीएम मोदी हमारे साथ खड़े थे। वह हर रोज मुझे फ़ोन करके हालचाल पूछते थे। डॉक्टरों से हर रोज बातचीत करते थे। उनकी मृत्यु के बाद उन्होंने कभी भी मुझे अकेला नहीं पड़ने दिया। चिराग ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के समय वह अकेले ही लड़े और बिहार को आगे बढ़ाने के लिए संघर्ष करते रहे।