नयी दिल्ली: शराब घोटाले में सीबीआई की गिरफ्त में आने और सुप्रीम कोर्ट से भी राहत न मिलते देख आखिरकार दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपना इस्तीफा भेज दिया। उन्होंने अपनी चिट्ठी में जहां अपनी ईमानदारी का जिक्र किया वहीं पिछले 8 सालों के उपलब्धियों का भी जिक्र किया है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व की तारीफ भी की है।
8 साल के कार्यकाल का जिक्र
केजरीवाल ने अपने तीन पेज के इस्तीफे की चिट्ठी में शुरुआत में दिल्ली सरकार में मंत्री के तौर पर अपने 8 साल के कार्यकाल का जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि मुझे खुशी है कि दिल्लीवासियों की जिंदगी में खुशहाली और समृद्धि लाने का जो काम आपके नेतृत्व में हुआ है, एक मंत्री के नेता मुझे भी उसमें थोड़ी बहुत भूमिका निभाने का अवसर मिला। पिछले जन्मों का कुछ पुण्य रहा होगा जिसके चलते मुझे इस जन्म में मां सरस्वती की सेवा का मौका मिला।
पिता की सीख का किया उल्लेख
सिसोदिया ने अपनी चिट्ठी में अपने पिता से मिली सीख का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि मेरे पिता ने मुझे ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने को पूरा करने की शिक्षा दी थी। माता-पिता के लालन पालन की बदौलत आज ईमानदारी और निष्ठा के संस्कार मुझमें हैं। दुनिया की कोई ताकत मुझसे बेईमानी नहीं करा सकती और ना ही अपने काम के प्रति मेरी निष्ठा कम कर सकती है। दुखद बात है कि ईमानदारी और निष्ठा से काम करने क ेबाद भी मुझपर बेईमानी के आरोप लगाए जाते हैं।
मेरे ऊपर कई एफआईआर करने तैयारी-सिसोदिया
सिसोदिया ने आगे लिखा-मेरे ऊपर कई एफआईआर की गई और करने की तैयारी है। मुझे डराया, धमकाया और लालच दिया गया। जब मैं उनके सामने नहीं झुका तो गिरफ्तार कर मुझे जेल में डाल दिया गया है। मैं इनकी जेलों से नहीं डरता हूं। आजादी के लिए लड़नेवालों को भी झूठे मुकसदों में फंसा कर जेल में डाल दिया गया था। वे लोग मेरी प्रेरणा के स्रोत हैं। बता दें कि दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों मंत्री इस समय जांच एजेंसियों की गिरफ्त में हैं, जिसके बाद दोनों पर इस्तीफा देने का दवाब था। बता दें कि मनीष सिसोदिया को दिल्ली शराब घोटाले में सीबीआई ने रविवार को ही गिरफ्तार किया है।