नई दिल्ली: एक बार फिर देश के दिग्गज पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भारतीय कुश्ती महासंघ से विवाद पर जारी धरने के बीच पहलवानों ने जंतर-मंतर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान साक्षी मलिक ने कहा, ''इंतजार करते करते ढाई महीने हो गए हैं, रिपोर्ट सबमिट हुई है या नहीं हमें नहीं पता। हमारे सामने अब तक कोई भी रिपोर्ट नहीं आई है। अब रिपोर्ट सबके सामने आनी चाहिए। सरकार ने ढाई महीने से हमारी मांग पर एक्शन नहीं लिया। खेल मंत्रालय के अधिकारी हमारा फोन नहीं उठाते। लोग कह रहे हैं कि हमारा प्रदर्शन झूठा था, यह हमें बर्दाश्त नहीं। इस मामले में दो दिन भी लगने नहीं चाहिए थे। एक लड़की नाबालिग है। यह एक संवेदनशील मुद्दा है। हमारी शिकायत झूठी नहीं है। सच्चाई की लड़ाई लड़ी है और हम जरूर जीतेंगे।
इस दौरान भारत को पदक दिलाने वाले एथलीट्स के आंसू भी छलक पड़े। साक्षी मलिक और विनेश फोगाट रो पड़ीं। साक्षी ने कहा, ''हम अपना करियर, फ्यूचर और परिवार सब दांव पर लगा कर आए हैं, जिसके खिलाफ हम लड़ रहे हैं वो बहुत मजबूत हैं। कौन उनके साथ हैं कौन नहीं आप बेहतर जानते हैं. कोई 3 महीना से सब से समय मांग रहे हैं, खेल मंत्रालय से भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।''
'बृजभूषण ने महिला खिलाड़ियों का यौन शोषण किया'
बता दें कि विरोध प्रदर्शन में ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक बैठे हुए हैं। इन पहलवानों का आरोप है कि बृजभूषण सिंह ने महिला खिलाड़ियों का यौन शोषण किया है। इस संबंध में भारतीय ओलिंपिक संघ और खेल मंत्रालय ने जांच समितियां बनाई थीं लेकिन विनेश ने इन समितियों से नाराजगी जाहिर की थी। अब एक बार फिर ये सभी पहलवान धरने के मूड में आ गए हैं।
जनवरी में भी किया था प्रोटेस्ट
इस साल जनवरी में भी पहलवानों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें ब्रजभूषण को प्रधान कार्यालय से हटाने और डब्ल्यूएफआई को भंग करने की मांग की गई थी। उन्होंने निकाय और उसके प्रमुखों पर पहलवानों के यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था।