त्रिपुरा के एक हॉस्टल में एक साथ कई छात्राओं की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है। दरअसल, पश्चिम त्रिपुरा जिले के एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) द्वारा संचालित हॉस्टल में गुरुवार को भोजन करने के बाद कम से कम 30 छात्राएं बीमार हो गईं। पश्चिम त्रिपुरा के जिलाधिकारी विशाल कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने बोधजंग उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और महारानी तुलसीबाटी स्कूल की छात्राओं के दूषित भोजन खाने से तबीयत बिगड़ने की घटना की जांच के आदेश दिए।
पेट दर्द की शिकायत की
दोनों सरकारी स्कूलों की छात्राएं इंदिरानगर क्षेत्र में एनजीओ द्वारा संचालित छात्रावास में रहती थीं और अपने-अपने संस्थानों में जाने से पहले भोजन करती थीं। पश्चिम त्रिपुरा के जिलाधिकारी ने बताया कि सबसे पहले दो लड़कियों ने पेट दर्द की शिकायत की और जल्द ही अन्य छात्राओं ने भी यही शिकायत की। छात्राओं को जी.बी.पी. अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि छात्रावास से जांच के लिए भोजन के सैंपल एकत्र किए गए हैं।
छात्राओं से मिले CM
उन्होंने कहा कि यदि छात्रावास अधिकारियों द्वारा छात्राओं को परोसे गए भोजन में कुछ भी प्रतिकूल पाया जाता है, तो हम उचित कदम उठाएंगे। छात्राओं की हालत स्थिर बताई गई है। मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि यह भोजन विषाक्तता का मामला प्रतीत होता है। साहा ने अस्पताल में छात्राओं से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्राओं की हालत स्थिर है। सरकार ने आवश्यक कदम उठाने के लिए घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। (भाषा)
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