Highlights
- यूपी: बारिश के कारण गर्मी से मिली राहत
- समय से पहले बारिश लेकर आ रहा मॉनसून!
- आंध्र के पास चक्रवात पड़ा कमजोर
Weather Update: देश के उत्तरी हिस्सों में एक बार फिर भीषण गर्मी और लू का प्रकोप देखने को मिलेगा। खासकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में गर्मी के तेवर शुक्रवार से और तीखे हो रहे हैं। दिल्ली के लोगों का वीकेंड प्रचंड गर्मी के बीच गुजरने वाला है। शुक्रवार से रविवार तक तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने गर्मी के लिहाज से 13 से 15 मई के बीच 'येलो' अलर्ट घोषित किया है। इस बीच कई जगहों पर हीटवेव का असर रहेगा। मौसम विभाग बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने का सुझाव दे रहा है। वहीं अंडमान निकोबार में भारी बारिश के बीच अनुमान जताया जा रहा है कि इस बार मानसून समय से पहले आमद दे सकता है।
गाजियाबाद: गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि भीषण लू का प्रकोप रहेगा। अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। 15 मई के बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी, लेकिन तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर ही बना रहेगा। इस दौरान घर से बाहर निकलना नुकसानदेह होगा, इसलिए बहुत अधिक जरूरत हो तभी बाहर निकलें। शरीर को पूरी तरह से ढककर बाहर निकलें।
यूपी: बारिश के कारण गर्मी से मिली राहत
कई दिनों से जारी तेज गर्मी को गुरुवार शाम चली तेज आंधी और बारिश ने काफूर कर दिया। लखनऊ में गुरुवार दिनभर तेज धूप रही। इस बीच अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मई में अब तक का सबसे अधिक तापमान रहा। इसके बाद शाम करीब चार बजे बादल छाए, फिर कई इलाकों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई। इससे लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, पूर्वी यूपी में बने सर्कुलेशन के असर से शहर समेत पूरे प्रदेश में दक्षिण पूर्वी हवाएं चल रही हैं। हवाओं को गुरुवार को नमी का साथ मिला तो बारिश और आंधी की स्थिति बनी। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार फिलहाल पूर्वी यूपी में चक्रवाती परिस्थितियां बनी हुईं हैं। इसके असर से पूर्वी यूपी के बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, बस्ती, गोरखपुर, कुशीनगर में शुक्रवार और रविवार और सोमवार को बदली-बारिश और गरज-चमक के साथ आंधी की चेतावनी जारी की गई है।
समय से पहले आ रहा मॉनसून!
देश में इस साल मॉनसून समय से पहले आ सकता है। अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में पहली मौसमी बारिश 15 मई को होने की संभावना है। मौसम विभाग ने एक बयान में बताया, ‘दक्षिण पश्चिम मॉनसून के 15 मई 2022 के आसपास दक्षिणी अंडमान सागर और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में पहुंचने की संभावना है।’ समय से पूर्व मॉनसून आने की अनुकूल परिस्थितियां बनने और इसके केरल के ऊपर और फिर उत्तर की ओर बढ़ने के संकेत मिले हैं।
सामान्य रूप से केरल में मॉनसून का आगमन एक जून को होता है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले पांच दिन अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। द्वीपसमूह में 14 से 16 मई के दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। विभाग के अनुसार, 15 और 16 मई को दक्षिण अंडमान सागर में हवा 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।
समय से पहले केरल में दस्तक
भारतीय मौसम विभाग विभाग (आईएमडी) के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय मोहपात्रा ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 15 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर और निकटवर्ती दक्षिणपूर्वी खाड़ी में पहुंचने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, विस्तारित पूर्वानुमानों में लगातार मानसून के समय से पहले केरल में दस्तक देने और उत्तर की तरफ बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। इससे देश के अधिकतर हिस्सों में लोगों को राहत मिलेगी जो पिछले 15 दिनों से भीषण गर्मी झेल रहे हैं। सामान्य रूप से मानसून 15 मई तक निकोबार में ही पहुंचता है और 22 मई तक अंडमान के उत्तरी इलाके मेयाबुंदर पर छा जाता है।
आंध्र के पास चक्रवात पड़ा कमजोर
चक्रवाती तूफान असानी अब कमजोर पड़ गया है। हालांकि, तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश गुरुवार को भी जारी रही। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चक्रवात के अगले 12 घंटों के दौरान उसी क्षेत्र के आसपास रहने और निम्न दबाव क्षेत्र में इसके और कमजोर होने की संभावना है। इससे पश्चिम बंगाल और ओडिशा को राहत मिलने की संभावना है। तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में गुरुवार को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। अगले 12 घंटों के दौरान पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के आसपास 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी में मछली न पकड़ने न जाएं: मौसम विभाग
आंध्र प्रदेश के कृष्णा, पूर्वी और पश्चिमी गोदावरी जिलों और पुडुचेरी के यनम में 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले 12 घंटों के दौरान पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में मछली पकड़ने को पूरी तरह से स्थगित करने का सुझाव दिया है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे आंध्र प्रदेश, ओडिशा तटों और बंगाल की खाड़ी में न जाएं।