Highlights
- राजस्थान में राहत के आसार नहीं
- मध्य प्रदेश में हाल बेहाल
- पश्चिम बंगाल में भारी बारिश
Weather update: मानसून अभी भी कई राज्यों में कहर बरसार रहा है। बारिश के कारण मध्यप्रदेश, राजस्थान हाल बेहाल हो गए हैं। एमपी में इस बार काफी बारिश हो रही है। राज्य की नदियां उफान पर हैं। वहीं राजस्थान में भी अभी बारिश से राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। राजधानी दिल्ली और राष्ट्री राजधानी क्षेत्र में बारिश का मौसम बना हुआ है। एनसीआर के कई इलाकों में कल हल्की बारिश भी हुई थी। देशभर के कई राज्यों में जारी मानसून के दूसरे चरण में भी भारी बारिश हो रही है। अनुमान से ज्यादा बारिश होने से ओडिशा (Odisha), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), राजस्थान (Rajasthan) में लोगों की मुसीबतें एक बार फिर बढ़ गई हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले कुछ दिनों के लिए उन राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया है जहां भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है।
राजस्थान में राहत के आसार नहीं
राजस्थान में लगातार बारिश के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है। झालावाड़ और धौलपुर जिले में तो हालत यह है कि राहत और बचाव कार्य के लिए सेना को बुलाना पड़ा है। भारी बारिश के कारण बूंदी और बारां जिलों में बाढ़ का असर है। वहीं दो लोगों के बहने की भी खबर है। जबकि दो लोग लापता हैं। कई लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। बारां और झाालावाड़ जिले के कई बांव टापू बने हुए हैं। कई जगह स्कूल बंद हैं।
राजस्थान की नदियां उफान पर
चंबल, परवन, पार्वती, कालीसिंध जैसी नदियों में बाढ़ आ गई है। झालावाड़ में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अलावा बचाव कार्य में सेना भी लगी हुई है। नदियों के जलग्रहण क्षेत्र के पास के कुछ गांव द्वीपों में बदल गए हैं।
मध्य प्रदेश में हाल बेहाल
मध्यप्रदेश में बारिश के कारण हाल बेहाल हैं। यहां नर्मदापुरम, विदिशा और गुना जिले भारी बारिश के चलते बाढ़ की चपेट में हैं। राजधानी भोपाल और सागर के पास बना दबाव का क्षेत्र राजस्थान की ओर बढ़कर कमजोर हो गया है। इसी बीच मौसम विभाग भोपाल के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी वेदप्रकाश सिंह ने कहा कि राजस्थान की सीमा से लगने वाले एमपी के जिले नीमच, मंदसौर व रतलाम में कम मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं। अगले तीन दिनों तक राज्य के अन्य हिस्सों में बौछारे पड़ सकती हैं।
पश्चिम बंगाल में भारी बारिश, जानिए क्या है वजह
बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में चक्रवातीय परिसंचरण क्षेत्र बनने से बुधवार को पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में भारी वर्षा हुई। इस मौसम प्रणाली के कारण कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के जिलों में मंगलवार से मूसलाधार बारिश हो रही है तथा एक-दो स्थानों पर बेहद भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में चक्रवातीय परिसंचरण क्षेत्र बनने से राज्य के दक्षिणी हिस्से में गांगेय पश्चिम बंगाल में आज गुरुवार दोपहर तक भारी बारिश होगी।
दिल्ली में तेज बारिश के कोई आसार नहीं?
दिल्ली में बारिश का मौसम बना हुआ है। हालांकि ज्यादा बारिश नहीं हुई है, लेकिन तेज उमस से ज रूर कुछ राहत मिली है। इसी बीच मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में अगस्त के अंत तक अच्छी बारिश होने के कोई आसार नहीं है। अगले पांच से छह दिन में दिल्ली में आमतौर पर बादल छाए रहने और बहुत हल्की बारिश के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसके झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। इसके असर से दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में बारिश हो सकती है।