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Weather Update: केरल में IMD ने जताई भारी बारिश की आशंका, कई डैम के खोले गए गेट

Weather Update: राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने कहा कि 213 राहत शिविर सक्रिय हैं जिनमें सबसे अधिक 45 राहत शिविर अलप्पुझा जिले में काम कर रहे हैं जबकि त्रिशूर में 43 और पथनमथिट्टा में 39 राहत शिविर खोले गए हैं।

Written By: Shailendra Tiwari @@Shailendra_jour
Published on: August 10, 2022 6:47 IST
Representational Image- India TV Hindi
Image Source : REPRESENTATIONAL IMAGE Representational Image

Highlights

  • चेरुथोनी, मुल्लापेरियार, इदमलयार, बाणसुर सागर, कक्की, पंबा सहित कई डैम से नदियों में छोड़ा गया पानी
  • 9,275 लोगों ने ली राहत शिविरों में शरण
  • त्रिशूर जिले में बन सकती है बाढ़ की स्थिति

Weather Update: इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने पूर्वानुमान जताया कि केरल के कुछ हिस्सों में बुधवार को भारी बारिश होगी और ओडिशा के तट पर बने नए कम दबाव के क्षेत्र की वजह से 11 अगस्त तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। IMD ने केरल के तटीय इलाकों के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ऊंची लहरें उठने की आशंका है और इसलिए मछुआरों को बुधवार तक समुद्र में नहीं जाना चाहिए। इसी के साथ इडुकी जलाशय का चेरुथोनी बांध, मुल्लापेरियार, इदमलयार, बाणसुर सागर, कक्की, पंबा सहित राज्य के प्रमुख बांधों से अतिरिक्त पानी नदियों में छोड़ा जा रहा है जिससे उनके जलस्तर में हल्की वृद्धि देखी गई है। 

कई नदियों में छोड़ा पानी

एर्नाकुलम जिला प्राधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि इदमलयार बांध से छोड़ा गया 350 क्यूसेक पानी पेरियार नदी में पहुंचा है, लेकिन इससे जलस्तर में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। पेरियार नदी में इदमलयार और चेरुथोनी बांध से छोड़ा गया अतिरिक्त पानी पहुंच रहा है, लेकिन जलस्तर अब भी बाढ़ की चेतावनी के स्तर पर नहीं पहुंचा है। नदी के जलस्तर में वृद्धि नहीं हुई है। हालांकि, इसके बावजूद जिला प्रशासन ने लोगों के पेरियार में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है। इदमलयार जलाशय का अधिकतम जलस्तर 169 मीटर है और मौजूदा समय में यह 164.75 मीटर के स्तर पर पहुंच चुका है। बांध के चार फाटक को इस समय खोला गया है जिनमें से दो दरवाजों को 100-100 सेंटीमीटर जबकि अन्य दो फाटकों को 75-75 सेंटीमीटर उठाया गया और 238.68 क्यूसेक पानी छोड़ जा रहा है। 

स्कूलों में की गई छुट्टी

अधिकारियों ने बताया कि चेरुथोनी और इदमलयार बांधों से पानी छोड़े जाने के बावजूद पेरियार नदी के तीन जल स्तर मापक केंद्रों मार्तंडवर्मा, मगलपुझा और कलाडी में जलस्तर नहीं बढ़ा है। मुल्लापेरियार बांध में जलस्तर 139.6 फुट पर पहुंच गया है और उसके 10 फाटक को 90-90 सेंटीमीटर तक खोला गया है, जबकि तीन को 30 सेंटीमीटर तक खोला गया है ताकि 2,216 क्यूसेक पानी छोड़ा जा सके। इस बांध का प्रबंधन तमिलनाडु सरकार करती है। पथनमथिट्टा जिले स्थित कक्की बांध के चार फाटकों को भी 90 सेंटीमीटर खोला गया। इडुकी, पथनमथिट्टा, अलप्पुझा, एर्नाकुलम, कोट्टयम और त्रिशूर के जिलाधिकारियों ने उन स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है जिनकी इमारतों में राहत शिविर खोले गए हैं।

बनाए गए 213 राहत शिविर

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने कहा कि 213 राहत शिविर सक्रिय हैं जिनमें सबसे अधिक 45 राहत शिविर अलप्पुझा जिले में काम कर रहे हैं जबकि त्रिशूर में 43 और पथनमथिट्टा में 39 राहत शिविर खोले गए हैं। इस समय 9,275 लोगों ने इन राहत शिविरों में शरण ली है। इस साल 31 जुलाई से अबतक केरल में भारी बारिश से 22 लोगों की जान गई है जबकि सात लोग अब भी लापता हैं। एसडीएमए के मुताबिक 58 घर पूरी तरह से तबाह हो गए जबकि 412 घरों को आंशिक क्षति पहुंची है। इससे पहले दिन में केरल में इडुक्की जलाशय में जलस्तर बढ़ने के साथ ही जिला प्रशासन ने मंगलवार दोपहर को पहले से खुले फाटक की ऊंचाई 120 सेंटीमीटर से बढ़ाकर 160 सेंटीमटर कर दी। 

अधिकारियों ने बताया कि फाटक संख्या तीन को 160 सेंटीमीटर उठाया जाएगा जबकि फाटक संख्या दो और चार 120 सेंटीमीटर तक ही खुले रहेंगे और फाटक संख्या एक और पांच 40 सेंटीमीटर उठे रहेंगे। जलस्तर 2387.20 फुट पर पहुंच गया है जिस वजह से अधिकारियों को फाटक की ऊंचाई बढ़ानी पड़ी। जिला प्रशासन ने एक प्रेस रिलीज में बताया, “ इसी के साथ, 330 घन मीटर प्रतिसेकंड (क्यूमेक्स) पानी को छोड़ा जाएगा। इसलिए चेरूथोनी शहर में पेरियार नदी के तट पर रहने वाले लोग सतर्क रहें।” पानी त्रिशूर जिले के ईरियाद, पोय्या क्षेत्र और कोडुंगल्लुर नगरपालिका के इलाकों में 15 घंटे के अंदर पहुंच जाएगा और अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है। 

कई नदियों का बढ़ सकता जलस्तर

इस बीच, मलम्पुझा बांध के चार फाटकों को भी 80 सेंटीमीटर तक खोला गया है। वायनाड जिले के बाणासुर सागर जलाशय में पानी बढ़ने के साथ ही जिला प्रशासन ने सूचित किया है कि पहले से खोले गए फाटकों के अलावा एक और फाटक को 10 सेंटीमीटर तक खोला जाएगा। अधिकारियों ने कहा, “ इससे काबिनी नदी में 10 सेंटीमीटर तक जलस्तर बढ़ सकता है।” अतिरिक्त 50 क्यूमेक्स पानी छोड़ने के लिए इदमलयार बांध को मंगलवार को खोले जाने के मद्देनजर एर्नाकुलम जिला प्रशासन ने पेरियार नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है। इडुक्की बांध में पानी की मात्रा 2382.53 फुट तक पहुंचने पर ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया था। इसमें 2,403 फुट तक पानी आने की ही क्षमता है। इडुक्की जलाशय में आर्क बांध और चेरुथोनी बांध हैं। चेरुथोनी बांध के द्वार 26 साल में पहली बार 2018 में खोले गए थे, जब राज्य में सदी की सबसे भयानक बाढ़ आई थी। 

जिले के अधिकारियों ने बताया कि पेरियार नदी में पानी का स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है, जहां इन बांधों से पानी जाता है। उन्होंने बताया कि अभी पानी का स्तर 2.335 मीटर है। इसके 2.50 मीटर पर पहुंचने पर बाढ़ संबंधी चेतावनी जारी की जाएगी। जिला अधिकारियों ने कहा कि जल स्तर 3.76 मीटर पर पहुंचने पर खतरे के निशान को पार कर जाएगा। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य भर में बड़े बांध खोले जाने के मद्देनजर नदियों में जल स्तर बढ़ने की आशंका के बीच सोमवार को लोगों से सतर्क रहने को कहा था।

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