Highlights
- देश के कई हिस्सों में होगी भारी बारिश
- नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में भारी बारिश
- हिमालय की तलहटी के पास से गुजर रही मानसून की ट्रफ रेखा
Weather Report: पिछले दिनों देश के कुछ राज्यों में जमकर बारिश हुई। इन दिनों मौसम का मिजाज फिर से बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट(IMD) के मुताबिक, बिहार, यूपी और उत्तराखंड में मंगलवार तक तो पश्चिम बंगाल समेत पूर्वोत्तर भारत में अगले 4 दिनों तक भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक कि दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर प्रदेश में तेज गति से हवाएं चलेंगी। रविवार शाम से यहां मौसम बदल सकता है और सोमवार को बारिश भी हो सकती है।
दिल्ली के मौसम का हाल
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में रविवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे, हालांकि बारिश की संभावना नहीं है। इसके अलावा सोमवार से मौसम में बदलाव हो सकते हैं। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार को हल्की बारिश होने की संभावना है। मंगलवार को भी मौसम का मिजाज इसी तरह का बना रहेगा। दूसरी तरफ नोएडा और गुरुग्राम में भी मौसम कमोबेश दिल्ली जैसा ही रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में अगस्त में आमतौर पर करीब 247 मिमी बारिश रिकॉर्ड होती है। इस सीजन में अगस्त में अब तक करीब 40 मिमी बारिश ही हुई है।
नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में भारी बारिश
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, मानसून की ट्रफ रेखा हिमालय की तलहटी के पास से गुजर रही है वहीं एक ट्रफ रेखा बंगाल की दक्षिणी खाड़ी के मध्य भागों से भी गुजर रही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके कारण अगले 2 दिनों में नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में भारी बारिश की संभावना हो सकती है।
कर्नाटक-तेलंगाना में भी बारिश के आसार
मौसम वैज्ञानिकों ने जानकारी दी कि कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल के भी कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश में भी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक 24 घंटे में पूर्वी मध्यप्रदेश में एक नया चक्रवात एक्टिव हो सकता है। इसके प्रभाव से जबलपुर सहित संभाग के जिलों में मध्यम से लेकर भारी बारिश की की स्थिति बन सकती है। 28 अगस्त को तेज बारिश की संभावना है। 29 अगस्त को एक नया चक्रवातीय घेरा बन रहा है, इससे बंगाल की खाड़ी से नमी आएगी और ग्वालियर में बादल छाएंगे। 30 से 31 अगस्त को हल्की बारिश होगी और सितंबर में नया कम दवाब का क्षेत्र बनने पर बारिश की संभावना बनी रहेगी।