गर्मी का कहर पूरे देश में बना हुआ है। भीषण गर्मी के कारण कई लोग बीमार पड़ रहे हैं और आम लोगों का भी हाल बेहाल है। आगामी पांच दिन के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में लू चलने की आशंका है और इसका सबसे ज्यादा असर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली पर पड़ने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इसके अलावा, 18 मई से पूर्वी और मध्य भारत में भी गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा।
मौसम कार्यालय ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया जिसमें बच्चों, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों से ग्रस्त लोगों एवं गरीबी में रहने वाले लोगों के लिए ‘‘स्वास्थ्य संबंधित चिंता’’ पर जोर दिया गया। चेतावनी में कहा गया है कि लंबे समय तक धूप में रहने वाले या भारी काम करने वाले लोगों में गर्मी से संबंधित बीमारियां बढ़ने की आशंका है।
आठ राज्यों में येलो अलर्ट
आईएमडी ने कहा, ‘‘17-20 मई के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में और 18-20 मई के दौरान पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में प्रचंड लू चलने के आसार हैं।’’ राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार तक तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। मौसम कार्यालय ने इससे पहले मई में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और मध्य भारत में लू चलने के दिनों की संख्या सामान्य से अधिक रहने का पूर्वानुमान जताया था।
केरल में दो लोगों की मौत
आम तौर पर उत्तरी मैदानी इलाकों, मध्य भारत और प्रायद्वीपीय भारत के आसपास के क्षेत्रों में मई में लगभग तीन दिन लू चलती है। इस बार अप्रैल में ही पूर्व, पूर्वोत्तर और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में अधिकतम तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। यहां तक की, सरकारी एजेंसियों को स्वास्थ्य संबंधित चेतावनियां जारी करनी पड़ीं और कई राज्यों ने स्कूलों में कक्षाएं बंद कर दीं। कई स्थानों पर अप्रैल में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो कि अप्रैल में अब तक का सबसे अधिक तापमान है। केरल में संदिग्ध तौर पर लू लगने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई।
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