Shimla Weather: हिमाचल प्रदेश में शिमला और आसपास के इलाकों में बर्फ गिरने के बाद स्थानीय लोगों को ठंड का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय रहवासियों का कहना है कि कड़ाके की ठंड के कारण इस समय पानी जम रहा है, जिसके कारण पीने के लिए पानी की दिक़्क़त है। कहीं भी आवाजाही करना हो तो बर्फ के कारण चलने में दिक़्क़त हो रही है। ठंड से बचने के लिए लोग आग ताप रहे हैं और ठंड से बच रहे हैं।" बर्फबारी के कारण यहां ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही है।
बता दें कि जनवरी माह के दौरान प्रदेश में सबसे अधिक हिमपात कांगड़ा के बड़ागांव में 49.2 फीट हो चुका है, जबकि बड़ा भंगाल में 35.2 फीट बर्फ गिरी है। राजधानी शिमला में 2011 से लेकर अब तक जनवरी में सबसे अधिक हिमपात 2020 में 150.9 सेंटीमीटर दर्ज किया था। वहीं इस साल यानी जनवरी 2022 में शिमला में 150 सेंटीमीटर से अधिक बर्फ गिर चुकी है। वर्ष 2011 से उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर एक दिन में सबसे अधिक बर्फबारी का रिकार्ड 18 जनवरी, 2013 को 68.8 सेंटीमीटर का है।
बर्फीली सड़कों के कारण मरीजों को दिक्कत
जम्मू-कश्मीर में भी बर्फबारी के कारण लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। डोडा में स्थानीय लोगों ने बर्फ से ढकी सड़क पर मरीज को कंधे से उठाकर अस्पताल पहुंचाया। मरीज़ के पिता ने बताया, "बेटे के पैर में चोट लगी। घर से आधा किलोमीटर दूरी पर सड़क है। बर्फ के कारण उसे गाड़ी से नहीं ला पाए। 50 लोगोंं द्वारा उसे 5 किलोमीटर नीचे लाए।"