चंडीगढ़: 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह को धमकी देते हुए कहा कि उन्होंने खालिस्तान आंदोलन को रोकने की कोशिश की तो उनका भी वही हश्र होगा जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का हुआ था। वहीं, इसके बाद अमृतपाल सिंह ने धमकी वाले बयान पर यू टर्न ले लिया। अमृतपाल ने कहा, मैंने गृह मंत्री को किसी तरह की धमकी नहीं दी। अमित शाह ने मुझे धमकी दी है। एजेंसियां मेरा कत्ल करवाना चाहती हैं। बता दें कि वारिस पंजाब दे कट्टरपंथियों का एक संगठन है जिसकी स्थापना एक्टिविस्ट दीप सिद्धू ने की थी, जिनकी पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।
'पंजाब का बच्चा-बच्चा खालिस्तान की बात करता है'
अमृतपाल ने मोगा जिले के बुध सिंह वाला गांव में कहा था कि इंदिरा ने भी हमें दबाने की कोशिश की थी, क्या हश्र हुआ? अब अमित शाह अपनी इच्छा पूरी कर के देख लें। अमृतपाल ने कहा था, अमित शाह को कह दो कि पंजाब का बच्चा-बच्चा खालिस्तान की बात करता है। इंदिरा गांधी ने भी दबाया था, क्या नतीजा निकला सब जानते हैं। अमित शाह भी अपनी इच्छा पूरी कर लें। हम अपना राज मांग रहे हैं, किसी दूसरे का नहीं। गौरतलब है कि हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह ने खालिस्तान समर्थकों को खत्म करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि पंजाब में खालिस्तान समर्थकों पर सरकार की नजर है।
वहीं, अमृतपाल सिंह और उनके समर्थक आज अमृतसर में पुलिस से उस वक्त भिड़ गए जब वे अपहरण के एक मामले में गिरफ्तार किए गए अमृतपाल के करीबी लवप्रीत तूफानी की रिहाई की मांग कर रहे थे।
क्या है पूरा मामला
15 फरवरी को चमकौर साहिब के एक युवक बरिंदर सिंह को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया था। आरोप है कि सोशल मीडिया पर उसने अमृतपाल के खिलाफ टिप्पणी की थी। आरोप है कि बरिंदर को किडनैप करके बुरी तरह पीटा गया था। युवक की शिकायत के बाद अमृतपाल उसके साथी लवप्रीत उर्फ तूफानी समेत 30 समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। इसी केस में तूफानी को अरेस्ट किया गया है।
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तूफानी की गिरफ्तारी के बाद अमृतपाल सिंह के समर्थक वहां हजारों की तादाद में आ गए। उन्होंने अजनाला थाने को घेर लिया और बाद में हमला कर दिया जिसमें 6 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है। खुद अमृतपाल सिंह भी इस वक्त वहां मौजूद थे। हाथों में हथियार और तलवार लेकर भीड़ यहां जुट गई। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया। बड़ी संख्या में अमृतपाल के समर्थन में निहंग तलवारों के साथ पहुंचे। इस दौरान पुलिस से उनकी धक्का-मुक्की भी हुई।