आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को पुष्टि की कि राज्य की राजधानी को विशाखापत्तनम में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। उन्होंने मार्च में विशाखापत्तनम में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह टिप्पणी की।
'हमारे खूबसूरत राज्य में आमंत्रित करता हूं'
बैठक में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह आने वाले महीनों में अपने कार्यालय को इस शहर में स्थानांतरित कर देंगे। उन्होंने कहा कि विशाखापत्तनम में 3 और 4 मार्च को आयोजित होने वाले आंध्र प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए मैं आपको हमारे खूबसूरत राज्य में आमंत्रित करता हूं। आप आएं और देखें हमारे राज्य में व्यापार करना कितना आसान है।
तेलंगाना से अलग होने के 9 साल बाद लिया फैसला
दरअसल, तेलंगाना से अलग होने के 9 साल बाद आंध्र प्रदेश ने यह फैसला लिया है। 23 अप्रैल 2015 को अमरावती को आंध्र प्रदेश की राजधानी घोषित किया गया था, इसके बाद साल 2020 में राज्य की तीन राजधानी की योजना बनी। इनमें- अमरावती, विशाखापत्तनम, और कुर्नूल का नाम शामिल है। हालांकि बाद में ये नाम वापस ले लिए गए और अमरावती ही राजधानी रही।