मध्य प्रदेश के खंडवा में रविवार को एक मुस्लिम के घर जबरन हनुमान मूर्ति स्थापित कर वहां पूजा की, जिसके बाद सांप्रदायिक तनाव फैल गया है। दोनों पक्ष के लोग आमने-सामने हो गए। इस बीच, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर हिंसा को बढ़ने पर रोक लगा दी। पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने की कोशिश की, तो मौके पर मौजूद दोनों पक्ष के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया।
पथराव की शिकार पुलिस भी हो गई। पथराव में एक मुख्य पुलिस अधीक्षक और एसएचओ सहित कम से कम चार पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है। आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना रविवार को भोपाल से करीब 360 किलोमीटर दूर खंडवा में मुंशी चौक इलाके के पास स्थित एक आवासीय कॉलोनी में हुई थी।
आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू
पुलिस ने सोमवार को कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था और आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई थी। पुलिस ने सोमवार को कहा कि घटना के पांच कथित अपराधियों को अब तक हिरासत में लिया गया है और अन्य की पहचान की जा रही है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया, "रविवार रात करीब 8:30 बजे लोगों के एक ग्रुप ने घर में घुसकर हनुमान की मूर्ति स्थापित की और मंत्रोच्चारण किया। इसके कारण दोनों समुदायों के लोग घर के बाहर जमा हो गए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और भीड़ को तितर-बितर किया।"
घर मुस्लिम शेख असगर को बेचा गया था
पुलिस के मुताबिक, जिस घर में घटना हुई, वह गणेश जाधव का था, जिसे हाल ही में एक मुस्लिम शेख असगर को बेचा गया था। उत्तेजित लोगों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहुंची पुलिस पर भी हमला किया, जिससे उन्हें भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा।
पुलिस अधिकारियों ने कहा, "घर में अनधिकार प्रवेश, हत्या के प्रयास और दंगा करने से संबंधित आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत तीन मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। पूरी घटना का मुख्य आरोपी स्वयंभू हिंदू नेता रवि अवध है।" गौरतलब है कि पिछले साल 10 अप्रैल 2022 को खंडवा के सीमावर्ती जिले खरगोन में सांप्रदायिक झड़प हुई थी।
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