Sunday, December 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. इसरो प्रमुख ने बताया-'चंद्रमा पर मजे से सो रहे हैं विक्रम-प्रज्ञान', आदित्य-L1 के बाद अब शुक्र और मंगल की बारी

इसरो प्रमुख ने बताया-'चंद्रमा पर मजे से सो रहे हैं विक्रम-प्रज्ञान', आदित्य-L1 के बाद अब शुक्र और मंगल की बारी

इसरो प्रमुख ने भारत के स्पेस मिशन को लेकर कई जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद आदित्य एल वन और अब शुक्र के साथ ही मंगल ग्रह से जानकारिया प्राप्त करने की है। जानिए क्या बताया एस सोमनाथ ने-

Edited By: Kajal Kumari @lallkajal
Published : Oct 16, 2023 7:33 IST, Updated : Oct 16, 2023 9:05 IST
ISRO Chief about space mission
Image Source : FILE PHOTO इसरो प्रमुख ने स्पेस मिशन की दी जानकारी

नई दिल्ली: ऐतिहासिक चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पास अंतरिक्ष मिशन की एक श्रृंखला है, जिसमें मंगल और शुक्र मिशन भी शामिल हैं। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी ने गगनयान कार्यक्रम के तहत पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान के अलावा कई मिशन शुरू करने की योजना तैयार की है। पीटीआई के मुताबिक, अंतरिक्ष एजेंसी प्रमुख ने कहा कि इसरो पृथ्वी की जलवायु और मौसम की स्थिति का अध्ययन करने के लिए भी जल्द ही नया मिशन शुरू करेगा। इसके अलावा, इसरो संचार, रिमोट सेंसिंग उपग्रहों सहित कई मिशनों पर काम चल रहा है। गगनयान कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि पहली टीवी-डी1 परीक्षण उड़ान 21 अक्टूबर को निर्धारित है।

भविष्य के मिशनों पर चर्चा करते हुए, सोमनाथ ने कहा, "हमारे पास मंगल, शुक्र और चंद्रमा पर खोज करने की योजना है। इसके साथ ही जलवायु और मौसम विश्लेषण कार्यक्रम भी प्रगति पर हैं। एयरोनोमी, थर्मल इमेजिंग और जलवायु परिवर्तन प्रभाव जैसे क्षेत्रों को कवर करने वाले वैज्ञानिक मिशन हमारे एजेंडे में हैं।"

'चंद्रमा पर मजे से सो रहे हैं विक्रम-प्रज्ञान'

चंद्रयान-3 मिशन के विक्रम लैंडर के बारे में एक प्रश्न को संबोधित करते हुए, सोमनाथ ने कहा कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर दोनों ने कार्यक्रम के अनुसार, अपने काम को निपटा दिया है और वे चंद्रमा पर खुशी से सो रहे हैं। दोनों ने अपना काम बहुत अच्छे से किया है. शायद अगर वे जागना चाहें तो जागेंगे, तब तक हम इंतजार करेंगे।'' चंद्रमा पर रात की शुरुआत के बाद सितंबर में रोवर प्रज्ञान और लैंडर विक्रम को स्लीप मोड में डाल दिए जाने के बाद इसरो ने उनके साथ फिर से संचार स्थापित करने का प्रयास किया लेकिन फिलहाल उनसे कोई संकेत नहीं मिला है। संपर्क स्थापित करने के प्रयास जारी रहेंगे।" 23 अगस्त को ऐतिहासिक लैंडिंग के बाद, लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान ने चंद्रमा की सतह पर विभिन्न कार्य किए, जिसमें सल्फर की उपस्थिति का पता लगाना और सापेक्ष तापमान रिकॉर्ड करना शामिल था।

आदित्य एल1 अभी 110 दिनों की यात्रा पर है

सूर्य का अध्ययन करने के उद्देश्य वाले पहले मिशन, आदित्य एल1 के बारे में, सोमनाथ ने कहा कि अंतरिक्ष यान बेहतर काम कर रहा है औ में है और लैग्रेंज बिंदु एल1 की ओर 110 दिनों की यात्रा पर है। इसके जनवरी के मध्य तक अपने निर्धारित गंतव्य तक पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा “यह एक लंबी यात्रा है। यह लगभग 110 दिनों की यात्रा है और अब इसने कुछ दूरी तय कर ली है। हमने इसके प्रक्षेप पथ को थोड़ा ठीक किया, क्योंकि L1 बिंदु तक पहुंचने के लिए शीघ्र सुधार महत्वपूर्ण है। ट्रैकिंग के बाद, हमने पाया कि यह L1 बिंदु की ओर सही दिशा में जा रहा है। ”

उन्होंने कहा यह देखते हुए कि रॉकेट एक 'जटिल यात्रा' पर है, सोमनाथ ने कहा, "इसे पहुंचने में लगभग 70-75 दिन और लग सकते हैं। जनवरी के मध्य तक यह वहां पहुंच जाएगा। उसके बाद, हम इसे L1 बिंदु पर हेलो कक्षा में प्रवेश कराने के लिए कुछ सुधार करेंगे।

“उसके बाद इसमें लगे उपकरण चालू हो जाएंगे और यह वैज्ञानिक डेटा स्ट्रीमिंग करना शुरू कर देगा। वर्तमान में, आदित्य L1 पर सब कुछ एकदम ठीकठाक है। ”

(इनपुट-पीटीआई)

ये भी पढ़ें:
एक भारतीय ऐसा भी, इजराइल हमास जंग के बीच खिला रहा सैकड़ों इजराइली सैनिकों को खाना, हैरान कर देगी बात, देखें Video

"गाजा मर रहा है, बचा लो", UN के कर्मचारी ने लगाई गुहार, फिलिस्तीनियों की जिंदगी मुहाल

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement