चेन्नई: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई और उसके पड़ोसी जिलों में सोमवार सुबह से लगातार बारिश हो रही है। इस बारिश ने लोगों को साल 2015 की भयानक यादें ताजा कर दी हैं। उस साल भी ऐसी ही भीषण बारिश हुई थी और शहर का ज्यादातर हिस्सा जलमग्न हो गया था। अब एक बार फिर से वही स्थिति पैदा होती हुई दिख रही है।
लगातार बारिश और बाढ़ ही आशंका को देखते हुए लोगों के बीच में हलचल तेज है। लोग आवश्यक वस्तुओं विशेषकर पेयजल की खरीद के लिये भागदौड़ कर रहे हैं। लगातार बारिश से कोई राहत नहीं मिली है, इसके कारण बिजली गुल हो गई और इंटरनेट बाधित हो गया। चक्रवाती तूफान ‘मिगजॉम’ के कारण भारी बारिश हो रही है। तूफान का यह नाम म्यामां ने सुझाया गया था, इसका अर्थ है लचीलापन या ताकत। बारिश के कारण परिवहन सेवा बुरी तरह बाधित हुयी है और कई ट्रेन तथा उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
चेन्नई के कई इलाकों में भरा पानी
सड़कों के जलमग्न होने के कारण आने-जाने वालों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। राज्य की राजधानी के कई हिस्से और आसपास के कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और तिरुवल्लूर जिले जलमग्न हो गये हैं, जबकि सरकारी मशीनरी को रुके हुए पानी को हटाने के लिए तैनात किया गया है। सोमवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटों में, चेन्नई के पेरुंगुडी में 29 सेमी बारिश हुई, जबकि तिरुवल्लूर जिले के आवडी में 28 सेमी और चेंगलपेट के मामल्लापुरम में 22 सेमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम कार्यालय ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि चार जिलों में सोमवार देर रात तक भारी से बहुत भारी बारिश होने और तेज हवाएं चलने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अपडेट में कहा गया है, ‘‘तूफान के उत्तर की ओर बढ़ने तथा दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब और 5 दिसंबर की सुबह 90 से 100 किमी प्रति घंटे की गति से एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में नेल्लोर और मछलीपट्टनम (एपी) के बीच से गुजरने की संभावना है।’’
मंगलवार को कई जिलों में छुट्टी घोषित
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से फोन पर बातचीत कर मौजूदा स्थिति की जानकारी ली तथा उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया । मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर चक्रवात के बाद राहत कार्य चलाने के लिए वह केंद्र से सहायता मांगेंगे। चक्रवात के मद्देनजर तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी और निजी कार्यालयों, वित्तीय संस्थानों और बैंकों के लिए मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।
इसके साथ ही सरकार ने निजी कंपनियों से आग्रह किया है कि वे अपने कर्मचारियों को पांच दिसंबर को प्रभावित क्षेत्रों में घर से काम करने की अनुमति दें। हालांकि, सभी आवश्यक सेवाएं, जैसे पुलिस, दमकल सेवा, स्थानीय निकाय, दूध आपूर्ति, जल आपूर्ति, अस्पताल/चिकित्सा दुकानें, बिजली आपूर्ति, परिवहन, ईंधन आउटलेट, होटल/रेस्तरां, और आपदा प्रतिक्रिया, राहत और बचाव गतिविधियों से संबंधित कार्यालय सामान्य रूप से काम काज करेंगे ।
कई उड़ानें हुईं रद्द
कैबिनेट मंत्री उदयनिधि स्टालिन और मा सुब्रमण्यम ने चेन्नई में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया तथा राहत गतिविधियों का निरीक्षण किया। एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रभावित जिलों में बचाव प्रयासों के लिए 250 एनडीआरएफ कर्मियों वाली दस टीम को तैनात किया गया है। चेन्नई हवाई अड्डे का संचालन सुबह 9.40 बजे से रात 11 बजे तक निलंबित कर दिया गया हैं। लगातार बारिश के कारण हवाईअड्डे पर आने और जाने वाली लगभग 70 उड़ानें रद्द कर दी गईं। भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण ने कहा कि जलभराव के कारण रनवे और टारमैक भी बंद हैं। इस बीच, बारिश की वजह से रेल और हवाई सेवाओं को या तो रद्द कर दिया गया अथवा उनके परिचालन में देरी हुई।
इनपुट - भाषा