गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिस ने बिल्डर ग्रुप VVIP के वाइस प्रेसिडेंट नितिन गर्ग को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल एक खरीदार ने उनके खिलाफ 40 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। नंदग्राम थाना पुलिस ने इस केस में 2 बार फाइनल रिपोर्ट यानी कि FR लगा दी थी,लेकिन जांच जब दूसरे थाने कविनगर को ट्रांसफर हुई तो आरोपी फंस गया। इस बिल्डर ग्रुप पर गाजियाबाद के कई और थानों में भी धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हैं।
‘कोरोना के बाद रजिस्ट्री कराने को कहा था’
बता दें कि गाजियाबाद में VVIP एड्रेस नाम की एक सोसायटी है। यहां फ्लैट बेचने के नाम पर कवि नगर निवासी आकाश जैन से 40 लाख रुपए ठगे गए थे। आकाश के मुताबिक, नितिन गर्ग ने इस सोसाइटी में अपना फ्लैट बेचने की बात कही थी, जिस पर आकाश ने 20 लाख रुपये उसकी पत्नी हिमानी गर्ग के खाते में और 19.75 लाख रुपए उसकी मां ममता रानी गर्ग के खाते में ट्रांसफर किए थे। आकाश ने कहा कि इसके बदले नितिन गर्ग ने फ्लैट की चाबी आकाश जैन को दे दी और रजिस्ट्री कोरोना महामारी बीतने के बाद कराने की बात कही।
कोरोना का बहाना बनाकर नितिन ने हड़पा प्लैट
आकाश ने कहा, ‘इस बीच नितिन गर्ग ने फोन करके बताया कि मुझे कोरोना हो गया है और अकेला रहने के लिए फ्लैट की चाबी कुछ दिन चाहिए। इस तरह का झांसा देकर नितिन ने चाबी ले ली और फ्लैट के सारे ताले बदलवा दिए। फिर न कब्जा दिया और न रजिस्ट्री कराई।’ सितंबर 2022 में आकाश जैन ने इस संबंध में थाना नंदग्राम में नितिन गर्ग, पत्नी हिमानी गर्ग और मां ममता रानी गर्ग के खिलाफ धोखाधड़ी की FIR कराई थी।
कविनगर पुलिस की जांच में सही निकले आरोप
पुलिस के मुताबिक इस मुकदमे की जांच अधिकारियों के निर्देश पर थाना नंदग्राम से ट्रांसफर होकर कविनगर आई। कविनगर पुलिस ने जब मामले की जांच पड़ताल की तो बिल्डर पर लगे आरोप सही पाए गए। आरोपों के सही पाए जाने के बाद नितिन गर्ग की शुक्रवार को गिरफ्तारी की गई और उसे थाना नंदग्राम पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। (IANS)