Highlights
- श्री वैष्णो माता धाम यात्रा का बदला नियम
- अब आरएफआइडी कार्ड के बिना श्रद्धालु नहीं कर सकेंगे यात्रा
- सितंबर के पहले हफ्ते से पूर्ण रूप से प्रभावी हो जाएगा नया नियम
Vaishno Mata Dham Yatra: जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित श्री वैष्णो माता धाम जाने वाले भक्तों के लिए बेहद जरूरी सूचना है। अगर आप भी अपने परिवार के साथ श्री वैष्णो माता धाम जाने का प्लान बना रहे हैं तो यह नया नियम जान लें, अन्यथा दर्शन करना मुश्किल हो जाएगा। नए-दिशा निर्देशों का पालन नहीं करने वाले भक्तों को किसी भी स्थिति में यात्रा नहीं करने दी जाएगी। ऐसे में उन्हें बगैर दर्शन किए ही बैरंग वापस लौटना पड़ सकता है। इसलिए वैष्णो माता धाम जाने का प्लान बनाने से पहले नये नियम कानून के बारे में अवश्य जानकारी प्राप्त कर लें। आइए अब हम आपको बताते हैं कि वैष्णो माता धाम जाने से पहले आपको किस जरूरी निर्देश का पालन करना है।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की ओर से पांच वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस (आरएफआइडी) कार्ड बनवाना अनिवार्य कर दिया गया है। पांच वर्ष वाले अधिक उम्र वाले बच्चों के साथ यात्रा करने वाले परिवारों को अपने प्रत्येक बच्चे का आरएफआइडी कार्ड बनवाना जरूरी होगा। अन्यथा इसके बगैर यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। 15 अगस्त को इस नई व्यवस्था का ट्रायल भी किया जा चुका है। इसके बाद अब सभी पंजीकरण केंद्रों पर आरएफआइडी कार्ड प्राप्त किया जा सकता है।
आरएफआइडी कार्ड बनवाने के लिए क्या होगा जरूरी
आरएफआइडी कार्ड बनवाने के लिए श्रद्धालुओं का आधार और आइडी कार्ड का होना जरूरी है। अगर किसी बच्चे का आधार कार्ड नहीं है तो माता-पिता के आधार कार्ड से भी आरएफआइडी कार्ड हासिल किया जा सकता है। इसके बगैर धार्मिक यात्रा की अनुमित अब पूरी तरह से प्रतिबंधित होने जा रही है। सितंबर के पहले सप्ताह से यह व्यवस्था पूरी तरह से लागू कर दी जाएगी। इसके बाद पांच वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के साथ बगैर आरएफआइडी कार्ड वैष्णो माता धाम पहुंच पाना कतई संभव नहीं हो सकेगा। इसके बाद यह डेटा हमेशा के लिए श्राइन बोर्ड के पास सुरक्षित रहेगा। भविष्य में दोबारा वैष्णो माता धाम जाने के दौरान आइकार्ड की जरूरत भी नहीं होगी। सिर्फ नाम व मोबाइल नंबर बताते ही आरएफआइडी कार्ड मिल जाएगा।
यात्रा पूरी होने के बाद लौटाना होगा आरएफआइडी कार्ड
वैष्णो माता धाम की यात्रा पूरी करने के बाद लौटते वक्त श्रद्धालुओं को पंजीकरण केंद्रों पर यह कार्ड जमा करना जरूरी होगा। ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग कराने वाले दोनों श्रद्धालुओं के लिए ही आरएफडी एक तरह से अब यात्रा पास की तरह काम करेगा। क्योंकि इसके बगैर परिवार के साथ धाम की यात्रा करने की बिल्कुल इजाजत नहीं दी जाएगी।
मुश्किल परिस्थिति में आरएफआइडी कार्ड श्रद्धालुओं को ट्रैस कर करेगा मदद
आरएफआइडी कार्ड का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि किसी बड़ी मुसीबत के समय उन्हें ट्रैस करना आसान होगा। रेडियो फ्रिक्वेंसी के जरिये यह पता चल जाएगा कि कौन कहां फंसा है। इससे उनका रेस्क्यू ऑपरेशन तत्काल कर पाने में आसानी होगी।
दुर्घटना होने पर पांच लाख रुपये मिलेंगे मुफ्त
इस कार्ड धारक को सबसे बड़ा फायदा यह भी होगा कि यदि यात्रा के दौरान कहीं कोई दुर्घटना हो जाती है और इसमें श्रद्धालु की जान चली जाती है तो परिवारजनों को पांच लाख रुपये बतौर बीमा राशि दिए जाएंगे। कार्ड प्राप्त करते ही पांच लाख रुपये का दुर्घटना बीमा सुनिश्चित हो जाएगा।
इन केंद्रों से ले सकते हैं आरएफडी
वर्तमान में अंतरराज्यीय बस अड्डा यात्रा पंजीकरण केंद्र, श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन परिसर, कटरा हेलीपैड, वैष्णवी धाम, नए ताराकोट मार्ग के प्रवेश द्वार, जम्मू एअरपोर्ट, श्राइन बोर्ड के निहारिका कांप्लेक्स, कटरा के मुख्य यात्रा पंजीकरण केंद्र काउंटर नंबर दो इत्यादि जगहों से श्रद्धालु आसानी से आरएफआइडी कार्ड बनवा सकते हैं।