Vaishno Devi: जम्मू-कश्मीर में स्थित कटरा में नवरात्र की तैयरी बड़े जोरों-शोरों से चल रही है और इस बार का नवरात्र महोत्सव बड़ा ही भव्य होने वाला है। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले की त्रिकूटा पहाड़ियों पर स्थित वैष्णो देवी(Vaishno Devi) का भवन सोमवार से शुरू हो रही नवरात्रि पर भक्तों का स्वागत करने के लिए तैयार है। अधिकारियों ने बताया कि नवरात्रि के दौरान देश-विदेश से करीब तीन लाख भक्तों के वैष्णो देवी धर्मस्थल पर पहुंचने की उम्मीद है, ऐसे में श्री वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) इस भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा से लेकर अन्य आवश्यक तैयारियां कर रहा है।
बोर्ड के अध्यक्ष जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा(Manoj Sinha) ने 31 अगस्त को श्रद्धालुओं के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) सिस्टम की शुरुआत की थी। RFID नए साल पर वैष्णो देवी में मची भगदड़ के बाद के श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंजूर की गई कई परियोजनाओं में एक है। उक्त भगदड़ में 12 लोगों की मौत हुई थी जबकि 16 अन्य घायल हुए थे।
RFID कार्ड सिस्टम अनिवार्य
श्री वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने बताया, ‘‘हमने दो नियंत्रण कक्ष बनाए हैं और भवन तक जाने के रास्ते में कुल 120 सीसीटीवी(CCTV) कैमरे लगाए गए हैं ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। आरएफआईडी(RFID) कार्ड प्रणाली श्रद्धालुओं के लिए अनिवार्य है और इससे भीड़ को नियंत्रित करने और वास्तविक समय में श्रद्धालुओं पर नजर रखने में मदद मिलेगी।’’ उन्होंने बताया कि धाम के आसपास के इलाकों को नवरात्र के लिए फूल और रोशनी से सजाया गया है।
श्राइन बोर्ड की यह नई पहल
बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने बताया कि दिव्यांग श्रद्धालुओं को भवन तक पहुंचने के लिए मुफ्त में घोड़े और बैटरी कार सेवा की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘श्राइन बोर्ड द्वारा यह नई पहल की गई है और हमने विशेष आवश्यकता वाले लोगों की मदद के लिए हेल्प डेस्क स्थापित की है। उन्हें भवन में दर्शन के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।’’