उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग बुझने का नाम नहीं ले रही है। लगातार दूसरे दिन भारतीय वायुसेना ने आग बुझाने में मदद की। हालांकि, रविवार को उत्तराखंड में आग लगने का आठ नए मामले सामने आए हैं। भारतीय वायुसेना का MI-17 V5 हेलीकॉप्टर आग बुझाने के काम में जुटा हुआ है। हेलीकॉप्टर में लगा बंपी बकेट एक बार में 5000 लीटर पानी भर सकता है, जिसे जंगलों में लगी आग पर डाला जाता है, लेकिन अब तक आग में पूरी तरह काबू नहीं पाया गया है।
रविवार को आग ने 11.75 हेक्टेयर में फैली वन संपदा को जलाकर खाक कर दिया। शनिवार को आग लगने के 23 नए मामले सामने आए थे। इससे 34.175 हेक्टेयर में फैली वन संपदा को नुकसान हुआ था। वन विभाग के अनुसार नवंबर 2023 से उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने के 606 मामले सामने आए हैं, जिनसे 735.815 हेक्टेयर की वन संपदा को नुकसान हुआ है। कुमांव के मुख्य वन संरक्षक प्रसन्ना कुमार राव के अनुसार पिछले 24 घंटे में आग लगने का कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया है।
सीएम धामी ने मांगी मदद
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से मदद मांगी है। उन्होंने खटीमा में कहा "हम भारतीय सेना सहित सभी संस्थाओं से मदद मांग रहे हैं। स्थानीय लोगों से भी आग बुझाने में मदद मांगी जा रही है। इस मामले में अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।" नेपाल से सटे जंगलों में भी आग पहुंच गई है। नैनीताल के रिहायशी इलाकों में आग पहुंचने से लोगों को खासी परेशानी हो रही है। जंगल में आग लगाने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक ने कहा कि उसे अपनी भेड़ों को चराने के लिए हरी घास चाहिए थी, इस वजह से उसने जंगलों में आग लगा दी।