उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में से 41 श्रमिकों को बीती रात सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। दिवाली के पर्व के दिन टनल का एक हिस्सा ढ़ह जाने से श्रमिक उसी के भीतर फंसे रह गए थे। हालांकि, मजदूरों ने 17 दिनों तक हार नहीं मानी और प्रशासन की कोशिशों से आखिरकार बाहर आ गए। सुरंग से बाहर आए श्रमिकों से पीएम मोदी ने भी फोन पर बातचीत की। श्रमिकों ने पीएम मोदी को कई अहम जानकारियां दी हैं।
पीएम मोदी ने दी बधाई
पीएम मोदी ने श्रमिकों को फोन पर बधाई दी कि वे सकुशल सुरंग से बाहर आ गए। उन्होंने कहा कि ये केदारनाथ बाबा और बद्रीनाथ भगवान की कृपा है कि सभी सकुशल बार आ गए। पीएम ने कहा कि सबसे बड़ बात है कि श्रमिकों ने एक-दूसरे का हौसला बनाए रखा और हिम्मत नहीं हारी। ये बात काबिले तारीफ है। पीएम ने कहा कि ये मजदूरों और उनके परिवारजनों का पुण्य है कि सभी श्रमिक वापस आए हैं।
अंदर क्या करते थे श्रमिक?
पीएम मोदी से बात करते हुए श्रमिकों ने बताया कि उन्होंने अलग-अलग राज्यों का होकर भी एक-दूसरे का ध्यान रखा। उन्हें जो खाना मिलता था वे सभी एक साथ मिलजुल कर खाते थे। श्रमिकों ने बताया कि अंदर फंसे होने के कारण उनके पास कोई काम नहीं था। इसलिए सभी श्रमिक मॉर्निंग वॉक और योगा किया करते थे। श्रमिकों ने उत्तराखंड सरकार और सीएम पुष्कर धामी को धन्यवाद किया।
श्रमिकों को सीएम धामी का तोहफा
सुरंग में बचाव अभियान के सफल होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कई बड़े ऐलान किए हैं। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सभी 41 श्रमिकों को उत्तराखंड सरकार 1-1 लाख रुपए की राहत राशि देगी। इसके साथ ही वह इन श्रमिकों की कंपनियों से अनुरोध करेंगे कि इन्हें 15 या 30 दिन के लिए बिना तनख्वाह काटे अवकाश भी दिया जाए।
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