देहरादून: मॉनसून अपने अंतिम पड़ाव पर है लेकिन फिर भी कई राज्यों में इंद्रदेव का तांडव जारी है। उत्तराखंड से लेकर बिहार और हिमाचल प्रदेश तक पानी ने लोगों को परेशान कर रखा है। लगातार हो रही बारिश से कहीं भारी जलजमाव तो कहीं बाढ़ के हालात बन गए। देवभूमि उत्तराखंड में बारिश लोगों के लिए आफत बनी हुई है। देहरादून, चंपावत, हल्दवानी और उधमसिंहनगर में मानसून पिछले कुछ दिनों से कहर बरपा रहा है। बता दें कि आज से 14 अगस्त तक उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अलग-अलग जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। देहरादून, टिहरी और पौड़ी में बारिश का रेड अलर्ट जारी है तो नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, चंपावत में ऑरेंज अलर्ट है। वहीं इन सबके बीच उत्तराखंड पुलिस ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील करते हुए एडवाइजरी जारी की है जिसमें लोगों से एडवेंचर एक्टिविटी करने से बचने को कहा गया है।
भारी बारिश से अब तक 10 लोगों की गई जान
उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश की वजह से करीब 10 लोगों की जान जा चुकी है और दर्जनों लोग घायल हैं। SDRF लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से परेशान उत्तराखंड वासियों को अगले 72 घंटे तक आसमानी आफत से छुटकारा मिलने वाला नहीं है। मौसम विभाग ने आज से 14 अगस्त उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों के लिए कहीं रेड तो कहीं ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
देहरादून, टिहरी और पौड़ी में बारिश का रेड अलर्ट
देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिले में भारी बारिश की आशंका है जिसे देखते हुए इन जिलों में रेड अलर्ट जारी है। इनके अलावा नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और चंपावत में भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है जहां के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हरिद्वार, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और बागेश्वर में भी बारिश की आशंका जताई गई है हालांकि यहां येलो अलर्ट जारी किया गया है।
भूस्खलन और चट्टान गिरने का अनुमान
हरिद्वार में बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है जिससे आसपास के इलाकों में दहशत है। प्रशासन की ओर से लोगों से गंगातट पर न जाने की अपील की जा रही है तो राज्य में प्रशासन अलर्ट मोड पर है। जिलों में गर्जन के साथ बहुत तेज बारिश होने की संभावना है। संवेदनशील स्थानों पर भूस्खलन और चट्टान गिरने का भी अनुमान है तो नदी नालों के जलस्तर में अचानक बढ़ोत्तरी और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो सकती है। अलर्ट को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि ज्यादा बारिश के समय पेड़ के नीचे शरण न लें। सुरक्षित जगह पर जाएं, एडवेंचर एक्टिविटी करने से बचें और किसी तरह का जोखिम न उठाएं। साथ ही मौसम के पूर्नानुमान को चेक करते रहें।
उत्तराखंड के साथ-साथ बिहार भी पानी का प्रकोप झेल रहा है। शिवहर में बाढ़ का खतरा है। बागमती और लालबकेया नदी लाल निशान से ऊपर बह रही है जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है। फसल पानी में डूब गई है तो लोगों के खाने पीने तक में समस्या हो रही है। बेशक मॉनसून आखिरी पड़ाव पर है लेकिन अभी कुछ और दिन ये परेशानी झेलनी पड़ेगी।
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