उत्तरकाशी: पिछले 17 दिनों से उत्तरकाशी की टनल के अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का प्रयास जारी था। आज वह शुभ घड़ी आ ही गई जब मजदूरों को सही सलामत बाहर निकाल लिया गया। मजदूरों को जब बाहर निकाला गया तो वहीं मुहाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह मौजूद थे। उन्होंने मजदूरों से मुलाकात की। सभी मजदूरों, बचावकर्मियों के चेहरे पर ख़ुशी थी। उनके चेहरे पर इस बात का सुकून था कि उनकी मेहनत और सब्र सफल हो गया।
बाहर निकलते ही किया गया मजदूरों का चेकअप
बता दें कि टनल से चार-चार श्रमिकों को बाहर निकाला गया। बाहर निकलते ही सभी का मेडिकल चेकअप किया गया। इसके बाद जिनकी हालात थोड़ी से भी गड़बड़ थी उन्हें चिकित्सा लाभार्थ के लिए एम्बुलेंस से भेज दिया गया। इस बचाव अभियान में दुनियाभर के जानकारों, और तकनीक का सहारा लिया गया। विदेशों से जानकार और मशीने मंगवाई गईं। NDRF, SDRF, स्थानीय पुलिस, ग्रामीणों और सेना के जवानों की कड़ी मेहनत ने इन मजदूरों की जान बचाई। अगर यूं कहें कि इन श्रमिकों को नया जीवन मिला है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
20 नवंबर को हादसे स्थल पर आ गए थे डिक्स
वहीं इन सभी के बीच एक ऐसा शख्स भी है, जिसने इस पूरे अभियान में बेहद ही अहम भूमिका निभाई। यह हैं इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष अर्नोल्ड डिक्स। इन्होने इस अभियान में बेहद ही अहम भूमिका अदा की। वो 20 नवंबर को सुरंग स्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने पिछले 17 दिनों में हमेशा सभी को पॉजीटिव रहने की सलाह दी। डिक्स दिन-रात सुरंग स्थल पर मजदूरों से संपर्क में रहे। उन्होंने ना दिन देखी ना रात, वह हर समय इस अभियान को सफल बनाने में जुटे रहे।