देहरादून: उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि अगर मौसम बिगड़ने से चार धाम यात्रा प्रभावित हो रही है तो इसमें विभागीय मंत्री क्या कर सकता है। सतपाल महाराज ने कहा कि चारों धामों की यात्रा के दौरान अब तक 3 लाख 78 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं और आने वाले दिनों में भी यह संख्या और बढ़ेगी। मौसम के बदले मिजाज पर सतपाल महाराज ने कहा कि वह सभी श्रद्धालुओं से अपील कर रहे हैं कि, इस बदले मौसम में सीनियर सिटीजन खासतौर से यात्रा ना करें।
पर्यटन मंत्री ने श्रद्धालुओं से की ये अपील
उन्होंने कहा, चारों धामों में जिस प्रकार से परिस्थितियां बदली है उसमें तो किसी भी सीनियर सिटीजन को यात्रा करने की सलाह सरकार नहीं दे रही है। कोशिश यही होनी चाहिए कि जब मौसम साफ हो, सभी व्यवस्थाएं उपलब्ध हो, तो यात्रा प्रारंभ करनी चाहिए। इसके साथ ही पर्यटन मंत्री ने कहा कि वह श्रद्धालुओं से भी अपील कर रहे हैं कि केदारनाथ सहित अन्य धामों में जब तक बारिश हो रही है तब तक उन्हें अपनी यात्रा स्थगित करनी चाहिए।
लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी बनी मुसीबत
वहीं, आपको बता दें कि उत्तराखंड में मौसम के बदमिजाजी के कारण लगातार बारिश और बर्फबारी के चलते केदारनाथ घाटी में बुधवार को एहतियातन यात्रा रोकने का निर्णय आखिरकार सही साबित हुआ, क्योंकि खराब मौसम के चलते बुधवार शाम लगभग 5:30 केदारनाथ घाटी से सटे कुबेर ग्लेशियर के पास खतरनाक बर्फीले हिमस्खलन आने से यात्रा मार्ग दोनों ओर से अवरुद्ध हो गया। अच्छी बात ये रही कि उस दौरान वहां न कोई आवागमन था और ना ही कोई मौजूद वहां था।
सुबह 11 बजे से गौरीकुंड-सोनप्रयाग से फिर शुरू हुई यात्रा
हालांकि कुछ लोग इसके बावजूद भी इस इलाके से आते दिखे, जिन्हें पुलिस सुरक्षाकर्मियों ने पुरजोर तरीके से शोर-शराबा कर हिमस्खलन स्थल से दूर कराया। ऐसे में 3 मई को यात्रा रद्द कराने का निर्णय सही साबित हुआ। आज 4 मई को सुबह 11 बजे से ये यात्रा फिर से शुरू हो गई है। रूद्रप्रयाग प्रशासन ने बुधवार को कहा था कि भारी बर्फबारी और बारिश के कारण स्थगित की गई केदारनाथ यात्रा गुरुवार को शुरू कर दी जाएगी।