उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में दिवाली की छुट्टी के बाद स्कूल खुलने पर टीचर नहीं पहुंचे। इसे लेकर स्कूल के हेडमास्टर सहित चार टीचरों पर कार्रवाई की गई है। टीचरों को अपने काम में लापरवाही बरतने और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने के आरोप में सोमवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। मामला जिले में डुंडा ब्लॉक के जेमर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय का है, जहां तैनात ये सभी टीचर दिवाली की छुट्टी समाप्त होने के बाद स्कूल नहीं पहुंचे, जिससे वहां पढ़े रहे छात्र अर्धवार्षिक परीक्षाएं यानी हाफ ईयर एग्जाम नहीं दे पाए।
बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के आरोप में निलंबित
निलंबित किए गए टीचरों में हेडमास्टर दुर्गा लाल खनेटी, गंगेश्वर परमार, सुशीला बहुगुणा और दिनेश चमोली शामिल हैं। उत्तरकाशी के जिला शिक्षा अधिकारी पदमेंद्र सकलानी ने बताया कि कार्य में लापरवाही बरतने और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के आरोपी चारों टीचरों को निलंबित कर अलग-अलग ब्लॉक शिक्षा कार्यालयों से संबद्ध किया गया है। इसके साथ ही मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में गठित टीम को सौंप दी गई है।
छात्र 29 अक्टूबर को अर्द्धवार्षिक परीक्षा का पेपर नहीं दे पाए
ब्रह्मखाल क्षेत्र के निकट सुगम क्षेत्र में पड़ने वाले इस विद्यालय में तैनात चार शिक्षकों में से एक भी दिवाली के अवकाश के बाद स्कूल नहीं पहुंचे, जिस कारण 28 और 29 अक्टूबर को उसके ताले भी नहीं खुले। इस वजह से 29 अक्टूबर को कक्षा छह से आठ तक के 20 छात्र अर्द्धवार्षिक परीक्षा का पेपर नहीं दे सके। स्कूल का ताला नहीं खुलने के मामले ने क्षेत्र में तूल पकड़ लिया। आक्रोशित अभिभावकों और जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला से बात कर उनसे जिम्मेदार टीचरों को निलंबित करने की मांग की थी।