Uttarakhand Recruitment Exam 'Scam': उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक करने के मामले में विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने लखनऊ स्थित निजी फर्म के मालिक के भाई को गिरफ्तार किया है। आयोग द्वारा भर्ती परीक्षा के संचालन के लिए आरएमएस टेक्नोसॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड की सेवाएं ली गयी थीं। प्रदेश के सूचना विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, फर्म के मालिक राजेश चौहान के भाई संजीव कुमार चौहान को गिरफ्तार करने के बाद स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे मंगलवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। राजेश चौहान पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
संजीव चौहान पर आरोप है कि वह ऊधमसिंह नगर जिले से 20 से ज्यादा अभ्यर्थियों को गाजियाबाद स्थित अपने अपार्टमेंट ले गया जहां उसने मामले में गिरफ्तार एक अन्य आरोपी संदीप शर्मा के साथ मिलकर उन्हें परीक्षा के लीक प्रश्नपत्र हल करने में मदद की। ताजा गिरफ्तारी को मिलाकर कथित भर्ती परीक्षा घोटाले में अब तक 39 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने बीते 4-5 दिसंबर को स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा कराई थी। इसमें अलग-अलग विभागों के 13 श्रेणी के 854 पदों के लिए हुई परीक्षा में 1.60 लाख युवा बैठे। परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद इसमें फर्जीवाड़ा सामने आया। बीते शुक्रवार को केस दर्ज कर रविवार को एसटीएफ ने छह आरोपी गिरफ्तार किए। इसमें पेपर निकालने वाला यूनिवर्सिटी में तकनीकी सर्विस देने वाली कंपनी का कर्मचारी जयजीत दास है। उसने पेपर के 80 प्रश्न आउट कराने के लिए 60 लाख रुपये लिए। इसके बाद अन्य पांच आरोपियों ने परीक्षार्थी तलाश कर उन्हें पेपर में आने वाले प्रश्न बताकर पास करवाया है।