Uttarakhand News: उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने सरकार से प्रदेश में ऐसा माहौल बनाने को कहा है, जिसमें महिलाएं अपने साथ हुए अपराधों की रिपोर्ट निडर होकर दर्ज करा सकें। आयोग ने कहा कि प्रदेश के पहाड़ी और मैदानी दोनों क्षेत्रों में बडी संख्या में महिलाएं हिंसा से पीड़ित हैं । राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति शाह मिश्रा ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने राज्य सरकार से ऐसा वातावरण बनाने का अनुरोध किया है जिसमें हिंसा पीड़ित या शोषण की शिकार महिलाएं आगे आकर विश्वास के साथ अपनी शिकायत दर्ज करा सकें।’’
मुख्यमंत्री से किया दूसरी एजेंसी से जांच कराने का अनुरोध
चमोली जिले के हेलंग गांव में ग्रामीण महिलाओं से पुलिसकर्मियों द्वारा घास की गठरियां छीने जाने की घटना के संबंध में पूछे जाने पर उपाध्यक्ष ने कहा कि मामले में जिलाधिकारी द्वारा की गई जांच से आयोग संतुष्ट नहीं था। इसलिए मुख्यमंत्री से किसी अन्य एजेंसी से मामले की जांच कराने का अनुरोध किया गया है। मिश्रा ने अल्मोड़ा जिले में एक सवर्ण महिला से विवाह करने वाले दलित व्यक्ति की उसके ससुराल वालों द्वारा कथित हत्या किए जाने के बारे में कहा कि यह एक जघन्य अपराध है।
उन्होंने कहा, ‘‘हर महिला को अपना जीवन साथी चुनने का अधिकार है।’’ उन्होंने कहा कि आयोग ने ऐसी घटनाओं का संज्ञान लिया है और जल्द ही प्रदेश के सुदूरवर्ती हिस्सों में महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में शिक्षित करने के लिए एक अभियान चलाया जाएगा।