Highlights
- 26 वर्षीय ममता और 27 वर्षीय कुंवर चार जुलाई से लापता थे
- दोनों के शव बुधवार देर शाम गांव के पास जंगल में पेड़ पर लटके दिखे
- जंगल में लकड़ियां एकत्रित करने गई महिलाओं ने फंदे पर लटके शवों को देखा
Uttarakhand News: उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र के प्राणमति गांव से लापता देवर-भाभी के शव तीन दिन बाद बृहस्पतिवार को जंगल में पेड़ पर लटके मिले। 26 वर्षीय ममता और 27 वर्षीय कुंवर चार जुलाई से लापता थे और काफी खोजबीन के बाद भी पता न चलने पर परिजनों ने इसकी सूचना स्थानीय राजस्व पुलिस को दी थी। दोनों के शव बुधवार देर शाम गांव के समीप जंगल में पेड़ पर लटके दिखे।
ग्रामीणों की सूचना पर गुरुवार तड़के राजस्व पुलिस के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नंदानगर तहसील के नायब तहसीलदार राकेश देवली ने बताया कि बुधवार को जंगल में लकड़ियां एकत्रित करने गई महिलाओं ने फंदे पर लटके शवों को देखा और उसकी सूचना अधिकारियों को दी। घटना के कारणों का पता नहीं चला है और राजस्व पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
हरिद्वार में देवर और विधवा भाभी ने लगाई थी फांसी
बता दें कि इसी तरह का एक मामला पिछले साल हरिद्वार से सामने आया था। उत्तरी हरिद्वार से सटे टाइगर रिजर्व पार्क के जंगल से पेड़ पर दो शव लटके मिले थे। दोनों ने ही फांसी लगाई हुई थी। महिला की पहचान सरिता निवासी रेवाड़ी हरियाणा के रूप में हुई थी। पुलिस ने सरिता के परिवार से संपर्क साधा तो देवर और विधवा भाभी की प्रेम संबंधों की कहानी निकल कर सामने आई थी।
सरिता के पति की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। उसके तीन बच्चे थे। वहीं, दिनेश दो बच्चों का पिता था। दोनों इससे पहले भी घर से फरार हुए थे जिसके बाद दोनों के परिवारों में उनके रिश्ते को लेकर भारी विरोध बना हुआ था। माना जा रहा था कि इसीलिए दोनों ने हरिद्वार आकर फांसी लगाकर जान दे दी।