Highlights
- बांग्लादेश ने भी इस तरह के घर बनाने शुरू कर दिए
- जलवायु परिवर्तन की कीमत चुकाई जा रही है
- बाढ़ से पाकिस्तान के सामने उभरी चुनौतियों का उल्लेख करेंगे
Pakistan Floods: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अभूतपूर्व बाढ़ से जूझ रहे पाकिस्तान की मदद करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन संकट का समाधान किया जाना जरूरी है क्योंकि कई देश इसकी चपेट में हैं। बाइडन ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि “हम सभी जानते हैं कि हम जलवायु संकट का सामना कर रहे हैं। पिछले साल की घटनाओं के बाद किसी को इस पर संदेह नहीं होना चाहिए। हम बैठकों में शामिल होते रहते हैं। अभी जब हम मिल रहे हैं, तो इस बीच पाकिस्तान का ज्यादातर क्षेत्र जलमग्न है। उसे मदद की जरूरत है।”
बाढ़ में जा चुकी है अबतक हजारों जान
गौरतलब है कि पाकिस्तान में भारी बारिश के कारण आई अभूतपूर्व बाढ़ के चलते 14 जून से अब तक 1,576 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हुए हैं। पाकिस्तान पिछले 30 साल में बाढ़ के कारण उपजी सबसे बुरी स्थिति का सामना कर रहा है और देश का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न है। लगभग तीन करोड़ 30 लाख लोग इससे प्रभावित हैं और घर, फसल, पुल, सड़कें और पशु बर्बाद हो गए हैं। बाढ़ से अब तक 30 अरब डॉलर की अनुमानित क्षति हो चुकी है।
पाकिस्तानी पीएम कहा धन्यवाद
बाइडन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की उपस्थिति में कहा कि “परिवारों के सामने असंभव से लगने वाले विकल्प हैं और वे यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि किस बच्चे को खिलाएं और किसको नहीं। वे जीवित रहेंगे या नहीं इस पर भी प्रश्न चिह्न है। मनुष्यों द्वारा जलवायु परिवर्तन की कीमत चुकाई जा रही है और यह समस्या बढ़ती जा रही है।” बाइडन के बयान पर शरीफ ने बृहस्पतिवार को ट्वीट कर उन्हें धन्यवाद दिया। शरीफ 23 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को संबोधित करेंगे जिसमें वह हाल में जलवायु के कारण आई बाढ़ से पाकिस्तान के सामने उभरी चुनौतियों का उल्लेख करेंगे।
दक्षिण अफ्रिका ने किया मदद
अमेरिका समेत दुनिया भर से पाकिस्तान को आपदा की इस घड़ी में मदद मिल रही है। इस मदद में दक्षिण अफ्रिका का एक गैर-सरकारी संगठन पाकिस्तान के लोगों बांस बने घर को मुहैया करा रहा है। पाकिस्तान सरकार और मुल्क में मौजूद एनजीओ बाढ़ और भूकंप का प्रकोप झेलने में सक्षम और घर बनाने के लिए ‘स्पिरिचुअल कॉर्ड्स’ के साथ साझेदारी करने की योजना बना रहे हैं। इस एनजीओं से जुड़ी मूसा ने कहा, “हम हर महीने लगभग एक हजार घर बनाने के लिए पर्याप्त लोगों को प्रशिक्षित करने के वास्ते पांच अतिरिक्त केंद्र स्थापित करने जा रहे हैं। इन केंद्रों में प्रति माह पांच हजार घर बनाए जा सकेंगे।” उन्होंने बताया कि बांग्लादेश ने भी इस तरह के घर बनाने शुरू कर दिए हैं।