Highlights
- 130 दिनों से धरना दे रहे अनीश खान की अप्राकृतिक मौत हो गई है
- आलिया विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे अनीश की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ
- खान का परिवार मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है
ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ 130 दिनों से धरना दे रहे अनीश खान की अप्राकृतिक मौत हो गई है। कोलकाता के आलिया विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे अनीश की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। अब ये मामला कलकत्ता हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। कलकत्ता हाईकोर्ट में सोमवार को एक वकील ने हावड़ा जिले के अमटा में हुई छात्र नेता अनीश खान की हत्या के मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुई कार्रवाई करने की मौखिक अपील अदालत से की।
हत्या की घटना के विरोध में व्यापक प्रदर्शन हुए थे और मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने की मांग उठी थी। वकील के अनुरोध पर न्यायाधीश राजशेखर मंथा ने कहा कि वह अपराह्न दो बजे लिखित अर्जी के साथ पेश हों।
वकील ने यह मौखिक अपील न्यायमूर्ति मंथा के समक्ष की और खान की हत्या के दोषियों का पता लगाने के लिए अदालत से स्वत: संज्ञान लेते हुए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया। गौरतलब है कि छात्र नेता के पिता ने शुक्रवार को कहा था कि उनके घर पर चार लोग पुलिस की वर्दी और सादे कपड़ों में आए थे और उन्होंने उनके बेटे को घर की तीसरी मंजिल से धक्का दे दिया था। खान का परिवार मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है।
बता दें, आरोप है कि पुलिस की वर्दी पहनकर आए लोगों ने पीट-पीटकर अनीश खान की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद वह ऐसे ही अनीश का शव फेंककर चले गए थे। मामले के तूल पकड़ने के बाद भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। इस दौरान कुछ छात्रों की पुलिस से झड़प भी हुई थी।