नई दिल्ली: मोदी सरकार ने आज बजट में रेलवे को लेकर कई बड़े ऐलान किए हैं। रेलवे के लिए 2.4 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सोनीपत, लातूर और रायबरेली में वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेन आ जाएगी और इसे भारत में डिजाइन और निर्मित किया जाएगा। पहले यह कालका-शिमला जैसे हेरिटेज सर्किट पर चलेगी और बाद में इसका विस्तार अन्य स्थानों पर किया जाएगा। आपको बता दें कि भारत से पहले चीन और जर्मनी में हाइड्रोजन ट्रेन की सेवा शुरू हो चुकी है। जर्मनी में साल 2018 से हाइड्रोजन ट्रेन की टेस्टिंग चल रही थी।
1275 स्टेशनों का होगा रिडेवलपमेंट
रेल मंत्री ने कहा, ''रेलवे में कई सालों से जो इन्वेस्टमेंट की कमी थी वो इस बजट के जरिए रेलवे को मिली है, इससे यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी। अमृत भारत स्कीम में बड़े स्टेशन सहित कुल 1275 स्टेशन का रिडेवलपमेंट किया जाएगा।'' इससे पहले लोकसभा में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2023-24 के आम बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत परिव्यय उपलब्ध कराया गया है जो रेलवे के लिए अब तक का सबसे अधिक पूंजीगत परिव्यय है।
राजधानी, शताब्दी, दुरंतो जैसी ट्रेनों के कोचों का नवीनीकरण
उन्होंने कहा कि रेल में सफर करने वाले यात्रियों की बढ़ती उम्मीदों के साथ रेलवे राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, हमसफर और तेजस जैसी प्रमुख ट्रेनों के 1,000 से अधिक कोच के नवीनीकरण की योजना बना रहा है। इन कोच के आंतरिक हिस्सों को अत्याधुनिक बनाया जाएगा और यात्रियों के आराम के हिसाब से इसमें सुधार किया जाएगा। रेलवे की पुरानी पटरियों को बदलने के लिए महत्वपूर्ण आवंटन किए जाने की संभावना है, क्योंकि रेलवे, ट्रेनों को गति देने और अधिक स्थानों के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत करने की योजना बना रहा है।
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हाइड्रोजन ईंधन आधारित 35 ट्रेनों के निर्माण का प्रस्ताव
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए रेलवे 100 और विस्टाडोम कोच बनाने का प्रस्ताव कर रहा है। इस बजट में सरकार ने हाइड्रोजन ईंधन आधारित 35 ट्रेन, साइड एंट्री के साथ 4,500 नए डिजाइन वाले ऑटोमोबाइल वाहक कोच, पांच हजार एलएचबी कोच और 58,000 वैगन के निर्माण का प्रस्ताव दिया है। बजट दस्तावेज के अनुसार, वर्ष 2023-24 के बजट अनुमान में रेलवे का सकल राजस्व व्यय 2,65,000 करोड़ रुपये रहा जो वर्ष 2022-23 के संशोधित अनुमान में 2,42,892.77 करोड़ रुपये रहा था।
बजट अनुमान 2023-24 में पूंजीगत व्यय के लिये 2,60,200 करोड़ रुपये प्रदान किए गए जिसमें 2,40,000 करोड़ रुपये सामान्य राजस्व से, 200 करोड़ रुपये निर्भया कोष से, 3000 करोड़ रुपये आंतरिक संसाधन से और 17,000 करोड़ रुपये आंतरिक और अतिरिक्त बजटीय संसाधन से जुटाए गए।