Highlights
- अगस्त में देश में बेरोजगारी दर 8.3 प्रतिशत पर
- जुलाई में 6.8 प्रतिशत थी देश की बेरोजगारी दर
- अगस्त में शहरी बेरोजगारी दर 9.6 प्रतिशत रही
Unemployment Rate: सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में 37.3% प्रतिशत के साथ भारत के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से सबसे अधिक बेरोजगारी दर है, इसके बाद जम्मू और कश्मीर में 32.8%, राजस्थान में 31.4% और झारखंड में 17.3% बेरोजगार हैं। वहीं इस लिस्ट में 0.4% के साथ छत्तीसगढ़ में सबसे कम बेरोजगारी दर है, जबकि मेघालय और महाराष्ट्र में क्रमशः 2% और 2.2% की बेरोजगारी दर है।
एक साल के उच्चस्तर स्तर पर बेरोजगारी
बता दें कि अगस्त में देश में बेरोजगारी दर एक साल के उच्चस्तर 8.3 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। इस दौरान रोजगार पिछले महीने की तुलना में 20 लाख घटकर 39.46 करोड़ रह गया था। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में बेरोजगारी दर 6.8 प्रतिशत थी और रोजगार 39.7 करोड़ था। सीएमआईई के प्रबंध निदेशक महेश व्यास ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘शहरी बेरोजगारी दर आमतौर पर ग्रामीण बेरोजगारी दर से ऊंची यानी आठ प्रतिशत रहती है, जबकि ग्रामीण बेरोजगारी दर लगभग सात प्रतिशत होती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगस्त में शहरी बेरोजगारी दर बढ़कर 9.6 प्रतिशत और ग्रामीण बेरोजगारी दर बढ़कर 7.7 प्रतिशत हो गई।’’ व्यास ने बताया अनियमित वर्षा ने बुवाई गतिविधियों को प्रभावित किया और यह ग्रामीण भारत में बेरोजगारी बढ़ने का एक कारण है।
राज्यवार बेरोजगारी के आंकड़े-
- आंकड़ों के अनुसार, अगस्त के दौरान हरियाणा में सबसे ज्यादा 37.3 प्रतिशत बेरोजगारी थी
- इसके बाद जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी दर 32.8 प्रतिशत
- राजस्थान में 31.4 प्रतिशत
- झारखंड में 17.3 प्रतिशत
- त्रिपुरा में 16.3 प्रतिशत
- छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम 0.4 प्रतिशत
- मेघालय में 2 प्रतिशत
- महाराष्ट्र में 2.2 प्रतिशत
- गुजरात और ओडिशा में 2.6 प्रतिशत
जुलाई में घटी थी बेरोजगारी दर
इससे पहले मानसून के दौरान कृषि गतिविधियां बढ़ने से जुलाई महीने में देश की बेरोजगारी दर घटकर 6.80 प्रतिशत पर आ गई थी। एक महीने पहले जून में यह 7.80 प्रतिशत पर थी। आर्थिक गतिविधियों पर नजर रखने वाली संस्था 'सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकॉनमी' (सीएमआईई) ने जुलाई 2022 के आंकड़े जारी करते हुए बेरोजगारी दर में कमी आने का दावा किया था।