प्रयागराज: प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के बाद प्रदेश सरकार और पुलिस कार्रवाई में जुट गई है। सरकार और पुलिस बड़ी ही सावधानी से एक-एक कदम उठा रही है। पुलिस भी कार्रवाई करने में एतिहात बरत रही है, जिससे बाद में कोर्ट से किरकिरी का सामना न करना पड़े। इसी क्रम में आज प्रयागराज के धूमनगंज थाने में मृतक उमेश पाल और हमलावरों की गाड़ियों को एक-दूसरे के सामने खड़ा किया गया।
24 जनवरी को हुई थी गोलीबारी
प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या में जो गाड़ी इस्तेमाल हुई और जिस गाड़ी में हमलावर सवार होकर आए थे वो दोनों गाड़िया आज आमने सामने दिखाई दी। ये दोनों क्रेटा गाड़ियां हैं, दोनों सफेद रंग की है, एक में नम्बर प्लेट है और दूसरी बिना नम्बर प्लेट के थाणे में कड़ी की गई है। बता दें कि 24 फरवरी को जिस दिन उमेश पाल की हत्या हुई, उस दिन ये दोनों गाड़ियां आगे पीछे थीं।
आपको बता दे कि प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल शाम 4:56 पर अपने घर पहुंचे थे। उमेश ने घर की गली पर जैसे ही अपनी गाड़ी का दरवाजा खोला, ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई और बम चलने लगे। उमेश का गनर राघवेंद्र गाड़ी का दरवाजा खोलकर बाहर निकलते है तो उन पर भी हमला हो जाता है। शूटआउट के दौरान एक सफेद रंग की गाड़ी और थी, जो उमेश की गाड़ी के पीछे ही थी। इस गाड़ी में एक हमलावर अतीक अहमद का बेटा असद बताया जा रहा है। मौके पर 13 हमलावर थे। हमले के दौरान 15 से 19 राउंड गोलियां चलीं, बम चले और निशाने पर थे उमेश पाल।
उमेश पाल की गाड़ी पर नजर आ रहे हैं गोलियों के निशान
उमेश पाल की सफेद रंग की गाड़ी नम्बर UP 70 FB 5433 में गोलियों के निशान साफ नजर आ रहे है, पूरी गाड़ी में लगभग आधा दर्जन गोलियों के निशान हैं। हमलावरों ने गाड़ी में पीछे बैठे दूसरे गनर संदीप पर गोलियां चलाई थी गाड़ी में उसके निशान भी दिख रहे है। धूमनगंज थाने में उमेश पाल की गाड़ी के ठीक सामने सफेद रंग की एक और गाड़ी खड़ी है। इसी गाड़ी में हमलावर आये थे। ये गाड़ी बिना नम्बर प्लेट के है। उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस को ये गाड़ी चकिया में अतीक अहमद के घर के पास लावारिस हालत में मिली थी। पुलिस को पता चला है कि ये गाड़ी अतीक के करीबी नफीस की थी जिसने एक महिला को ये गाड़ी दे दी थी।