Highlights
- यूक्रेन की सरकार निकलने के लिए क्लीयरेंस नहीं दे रही है- भारतीय छात्रा ने कहा
- यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के बुरे हालात आने बाकी है- फ्रांसीसी राष्ट्रपति
Russia Ukraine News: युद्धग्रस्त यूक्रेन के उत्तरी-पूर्व हिस्से में स्थित शहर ‘सूमी’ के एक विश्वविद्यालय में कई भारतीय छात्र फंसे हैं और जल्द से जल्द वहां से सकुशल निकाल लिये जाने की आस लगाए बैठे हैं। सूमी विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने कहा कि भारतीय और रूसी अधिकारियों द्वारा बस की व्यवस्था करने के बावजूद यूक्रेन की सरकार उन्हें वहां से निकलने के लिए क्लीयरेंस नहीं दे रही है।
सूमी स्टेट यूनिवर्सिटी की एक छात्रा दीपिका गुप्ता ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली की सूमी में भारतीय दूतावास के अधिकारी और रूसी अधिकारी बसों के साथ छात्रों को निकालने के लिए खड़े हैं, लेकिन यूक्रेन की सरकार उन्हें वहां से निकलने के लिए क्लीयरेंस नहीं दे रही है। उन्होंने अपने वीडियो मैसेज में कहा कि इस संदेश को सरकार तक पहुंचाएं ताकि क्लीयरेंस मिल सके और हम जल्द से जल्द भारत पहुंच सकें। बता दें कि, सूमी विश्वविद्यालय रूसी सीमा के काफी निकट है।
यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के बुरे हालात आने बाकी है- फ्रांसीसी राष्ट्रपति
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने गुरुवार को फिर से बातचीत की। जानकारी के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच ये बातचीत लगभग 90 मिनट तक चली। ऐसे में पुतिन ने यूक्रेन पर जारी हमलों को लेकर कहा है कि हम अपना मिशन, लक्ष्य हासिल होने तक जारी रखेंगे। बातचीत को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि अभी यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के बुरे हालात आने बाकी है।
UNHRC में भारत ने रखा पक्ष
यूक्रेन में संकट दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच 8 दिन से युद्ध जारी है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 49वें सत्र में भारत ने कहा कि हम हिंसा की तत्काल समाप्ति और शत्रुता को समाप्त करने का आग्रह करते हैं। मानव जीवन की कीमत पर कोई समाधान कभी नहीं आ सकता है। मतभेदों और विवादों को निपटाने के लिए संवाद और कूटनीति ही एकमात्र समाधान है। हम यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीयों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। हम पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर उनकी निकासी के लिए काम कर रहे हैं।
18,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके- विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमारी पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद से कुल 18,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत 30 उड़ानें अब तक यूक्रेन से 6400 भारतीयों को वापस ला चुकी हैं। अगले 24 घंटों में 18 उड़ानें निर्धारित की गई हैं।