दिल्ली। रूस और यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले सप्ताह भारत की यात्रा पर आएंगे। वे 21-22 अप्रैल को भारत के दौरे के दौरान पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात और दिल्ली में रहेंगे। रूस-यूक्रेन जंग के माहौल में दोनों देश आपसी संबंधों को मजबूत करने का प्रयास करेंगे। साथ ही इंडो-पैसेफिक में सुरक्षा को मजबूत करने में भारत और ब्रिटेन की भूमिका पर भी वे पीएम मोदी के साथ बातचीत करेंगे। इस दौरान ब्रिटेन साझा वैश्विक चुनौतियों का सामना करते हुए पीएम मोदी के साथ बैठक में आर्थिक, रक्षा, सुरक्षा और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
पीएम मोदी और बोरिस जॉनसन के बीच आखिरी मुलाकात पिछले साल नवंबर में ग्लासगो समिट के दौरान हुई थी। पिछले साल प्रधानमंत्री जॉनसन की भारत यात्रा दो बार रद्द हुई थी। पहली बार जनवरी में जब उन्हें गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होना था। हालांकि, उस वक्त देश में कोरोना संकट के चलते यह यात्रा संभव नहीं हो पाई थी।. इसके बाद अप्रैल में भी कोरोना संकट के कारण उनका दौरा रद्द हुआ था। जी-7 के अध्यक्ष होने के नाते ब्रिटेन ने प्रधानमंत्री मोदी को न्योता दिया था, लेकिन महामारी के चलते प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा नहीं हो सका।
भारत के इंडो-पैसिफिक ओशन इनिशिएटिव में शामिल होगा ब्रिटेन
पिछले महीने ही ब्रिटेन की विदेश सचिव लिज़ ट्रस यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बीच के सदस्य के तौर पर भारत के कूटनीतिक दौरे पर आई थी। पिछले साल अक्टूबर में विदेश सचिव के रूप में यह उनकी दूसरी यात्रा थी और 13 महीनों में विदेश मंत्री के रूप में उनकी तीसरी यात्रा थी। ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन, भारत के इंडो-पैसिफिक ओशन इनिशिएटिव में शामिल होगा और समुद्री सुरक्षा मुद्दों पर एक प्रमुख भागीदार बन जाएगा। यह दक्षिण पूर्व एशिया में प्रमुख भागीदारों के साथ काम का समन्वय करेगा।
व्यापार को 2030 तक दोगुना करने पर सहमति
मई 2021 में दोनों नेताओं के बीच वर्चुअल मीटिंग हुई और 2030 के रोडमैप पर चर्चा हुई थी। यह रोडमैप स्वास्थ्य, जलवायु, व्यापार, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और रक्षा में यूके-भारत संबंधों के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है।
अगले सप्ताह कूटनीति का केंद्र रहेगा गुजरात
अगले 15 दिन में भारत और यूके के बीच कई उच्च स्तरीय कार्यक्रम होंगे। यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बीच यह सभी सामान्य चिंताओं, साझा मूल्यों और व्यापार पर केंद्रित होंगे। वहीं, गुजरात अगले सप्ताह कूटनीति का केंद्र रहेगा, क्योंकि डब्ल्यूएचओ प्रमुख और मॉरीशस के पीएम के साथ पीएम मोदी 19 तारीख को ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (जीसीटीएम) का उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी के गृह राज्य में बाद में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का भी दौरा होगा।